बिहार के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रिटायरमेंट से पहले अपने बीमार पिता और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का राजनीति से रिटायरमेंट का ऐलान करना चाहिए.
दरअसल, गुरुवार को आरजेडी के 22 वें स्थापना दिवस के मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के महागठबंधन में वापसी के सभी रास्ते बंद होने की बात की. उन्होंने कहा था कि अगर नीतीश जदयू से रिटायर हो जाते हैं तो भविष्य में वह जदयू के साथ गठबंधन कर सकते हैं.
तेजस्वी के इसी बयान का जवाब देते हुए सुशील मोदी ने उन पर हमला किया. सुशील मोदी ने कहा कि उन्हें पहले लालू प्रसाद की राजनीति से छुट्टी लेने का ऐलान करना चाहिए. आरजेडी नेता पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने 26 साल की उम्र में 26 कीमती संपत्ति अर्जित कर ली हैं. इसी को लेकर तेजस्वी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा हुआ है. नीतीश के स्वच्छ छवि के वजह से ही तेजस्वी को पहली बार विधायक और मंत्री बनने का मौका मिला. लेकिन अब वह उन्हीं के रिटायरमेंट की बात कर रहे हैं.
वहीं आरजेडी के स्थापना दिवस के मौके पर लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप के द्वारा तेजस्वी को चांदी का मुकुट पहनाए जाने को लेकर भी मोदी ने तेजस्वी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तरह आरजेडी भी वंशवादी पार्टी है. जो भ्रष्टाचार में महारत हासिल किए हुए हैं. नेताओं को चांदी का मुकुट पहनाने वाले नेता गरीबों को किस शासनतंत्र का संदेश दे रहे हैं?
सुशील मोदी के हमले का जवाब देते हुए आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार का जनाधार लालू के मुकाबले कुछ भी नहीं है. आज के दिन नीतीश कुमार देश के सबसे अविश्वसनीय नेता बन चुके हैं. क्योंकि किसी को यह नहीं पता कि उनका अगला कदम क्या होगा और वह किस गठबंधन के साथ जाएंगे? मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इसी संदर्भ में तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश को अब राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए.