बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बड़ा झटका लगा है. परवीन अमानुल्ला ने मंत्री पद और विधानसभा सदस्यता के साथ साथ पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया है. परवीन अमानुल्ला का कहना है कि वो सिस्टम की वजह से परेशान थीं और उन्हें लगता है कि वो सरकार और पार्टी से बाहर आकर समाज की बेहतर सेवा कर सकती हैं.
उन्होंने पार्टी और मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया कि उन्होंने तीन साल तक मंत्री पद पर काम करने का उन्हें मौका दिया. उन्होंने कहा कि उन्होंने काम भी किया, लेकिन बहुत प्रभावी तरीके से नहीं हो पा रहा था. उन्होंने किसी प्रकार के घुटन से इंकार भी किया.
लेकिन परवीन अमानुल्ला ने लोकसभा चुनाव के ठीक पहले इस्तीफा देकर एक बड़ा झटका नीतीश सरकार को इस मायने में दिया, क्योंकि नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी की वजह से बीजेपी से 17 वर्ष पुराना गठबंधन तोड़ दिया. अब अल्पसंख्यक वोट बैंक को लेकर वो राजनीति कर रहें है. ऐसे समय में परवीन अमानुल्ला का इस्तीफा बड़ा झटका माना जा रहा है. हालांकि इस्तीफे का कोई ठोस कारण सामने नही आ रहा है. लेकिन माना जा रहा है कि परवीन अमानु्ल्ला आम आदमी पार्टी ज्वाइन करेंगी.
अरविंद केजरीवाल से उनका पुराना रिश्ता है. सोशल एक्टिविस्ट के तौर पर परवीन अमानुल्ला ने अरविंद केजरीवाल के साथ काम भी किया है. माना जा रहा है कि बिहार में आप को खड़ा करने के लिए परवीन अमानुल्ल ने इस्तीफा दिया है. परवीन अमानुल्ला जनता दल यू में शामिल होने और मंत्री बनने के पहले समाज सेवा करती रही हैं. इनका अपना एनजीओ था. पटना मेडिकल कालेज में परवीन अमानुल्ला ने खराब व्यवस्था को लेकर कई बार आवाज उठाई, धरना दिया. लेकिन 2010 में जनता दल यू ने बेगूसराय के साहेबपुर कमाल से टिकट दिया वो चुनाव जीती और मंत्री बन गई. इसके लिए उन्होंने नीतीश कुमार को धन्यवाद भी दिया.
परवीन अमानुल्ला के पिता सैय्यद शहाबुद्दीन पूर्व नौकरशाह हैं और वो बाबरी एक्शन कमेटी के अध्यक्ष भी रहे हैं. एक बार किशनगंज लोकसभा चुनाव भी जीत चुके हैं. परवीन अमानुल्ला के पति अफजल अमानुल्ला वरिष्ठ नौकरशाह हैं.बिहार कैडर का यह वरिष्ठ नौकरशाह अभी प्रतिनियुक्ति पर केंद्र सरकार में है.