दो दिन के सन्नाटे और चुनाव के खत्म होने के बाद रविवार को मोतिहारी की सड़कों पर जाम ही जाम देखने को मिला. एक तरफ जहां बिहार में चुनाव के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को पुलिसिया सख्ती का सामना करना पड़ रहा था. जिसकी वजह उन्हें शहर आने-जाने में दिक्कतों हो रही थी. वहीं शनिवार को वोटिंग खत्म होने के बाद मोतिहारी की सड़कों पर अचानक भारी संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी और शहर के मुख्य रास्ते से लेकर गली मोहल्लों में जाम लग गया.
मोतिहारी की सड़कों पर जाम भी ऐसा की घंटों मशक्कत के बाद भी लोगों का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा था. एक तरफ जहां बिहार का महान पर्व छठ और दीपावली काफी नजदीक है और चुनाव के कारण लोग खरीददारी नहीं कर सके, जिसकी वजह से जाम की स्थिति बनी.
ट्रैफिक जाम में घंटों फंसे रहे लोग
चुनाव खत्म होने के बाद नतीजे आने से पहले लोग खरीदारी करने बाजार जाने लगे. लेकिन प्रसाशनिक विफलता और ट्रैफिक पुलिस की निष्क्रियता के कारण आम से लेकर खास सभी लोग इस जाम में फंस गए. न लोग खरीदारी कर सके और न दुकानदार सामान बेच सके. वहीं नगर थाना से लेकर ट्रैफिक पुलिस इस जाम को हटाने का प्रयास करती नजर नहीं आई.
साथ ही जाम का दूसरा मुख्य कारण शहर में बेतरतीब ढंग से वाहनों की पार्किंग व दुकानदारो द्वारा अतिक्रमण तो है ही, साथ में पुलिसिया मिलीभगत से सड़क किनारे ठेला व खोमचा वाले जाम लगाने में अहम भूमिका निभाते है.