बिहार के आरा स्थित मंडल कारागार में बंद एक विचाराधीन कैदी की गुरुवार की शाम मौत हो गई. विचाराधीन कैदी की मौत की खबर जैसे ही उसके परिजनों को लगी, वे सदर अस्पताल पहुंच गए और जमकर हंगामा किया और जमकर नारेबाजी की. मृतक आरा के चर्चित मिथुन हत्याकांड में आरोपी था. वह हत्या के इस चर्चित मामले में विचाराधीन कैदी के रूप में आरा मंडल कारागार में बंद था.
जानकारी के मुताबिक आरा जिले के गौसगंज निवासी 62 साल के रामप्रवेश पासवान मिथुन हत्याकांड में आरोपी थे. रामप्रवेश को विचाराधीन कैदी के तौर पर मंडल कारागार में बंद रखा गया था. मृतक के मौत की वजह सामने नहीं आ पाई है. पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने हार्ट अटैक को मौत की वजह बताया है लेकिन जेल प्रशासन इस मसले पर कुछ भी बोलने से बच रहा है.
दूसरी तरफ, रामप्रवेश के परिजनों ने उसकी मौत के पीछे इलाज में लापरवाही को वजह बताया है. मृतक के परिजनों ने इसके लिए जेल प्रशासन पर इलाज में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया है.
जानकारी के मुताबिक आरा नगर थाना क्षेत्र के गौसगंज निवासी रामप्रवेश पासवान पर पिछले साल 8 जून को प्रॉपर्टी डीलर नन्द किशोर पासवान के बेटे मिथुन पासवान की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगा था.
शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके गौसगंज में सरेआम हुई हत्या की इस वारदात में पुलिस ने सात नामजद सहित दो अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया था.हत्या के इस सनसनीखेज घटना के बाद भोजपुर जिले के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुशील कुमार ने एक एसआईटी भी गठित किया था. पुलिस ने रामप्रवेश पासवान को गिरफ्तार किया था.
परिजनों ने लगाए ये आरोप
रामप्रवेश पासवान के पोते अविनाश ने बताया कि उनकी तबीयत जेल में पहले भी खराब हुई थी लेकिन जेल प्रशासन ने उनका उपचार नहीं कराया. जेल प्रशासन की लापरवाही के कारण आज उनकी जान चली गई. वहीं, घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी अस्पताल पहुंचे और इस संबंध में मातहतों से जानकारी ली. पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम भी करवाया है जिससे मौत की वजह का पता चल सकेगा.
पुलिस ने बताया हर्ट अटैक
सदर एसडीपीओ हिमांशु कुमार ने इस संबंध में बताया कि प्रथम दृष्टया रामप्रवेश की मौत का कारण हार्टअटैक माना जा रहा है. पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन कर रही है. वहीं, जेल प्रशासन की ओर से इस घटना को लेकर कोई बयान नहीं आया है. गौरतलब है कि मौत से पहले जख्मी हालत में मिथुन ने अपने पिता से बात की थी और कथित रूप से गोलीबारी करने वालों में रामप्रवेश के भी शामिल होने की बात कही थी.