आजतक की खबर के बाद बिहार सरकार हरकत में आई और जर्जर हो चुके उत्तर बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (DMCH) के सर्जिकल ब्लॉक को खाली करवा लिया गया है, लेकिन अब सवाल यह उठता है कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में इस्तेमाल के लिए तकरीबन 9 महीने पहले डीएमसीएच को पीएम केयर्स फंड के जरिए जो आईसीयू सेटअप समेत 25 वेंटिलेटर मिले थे, उसको कब शुरू किया जाएगा?
आजतक को इस बात की जानकारी मिली है कि तकरीबन 9 महीने पहले पीएम केयर्स फंड के जरिए डीएमसीएच को पूरा आईसीयू सेटअप और 25 वेंटिलेटर मिले थे जिनका इस्तेमाल अब तक शुरू नहीं हो पाया है.
डीएमसीएच के अधीक्षक डॉक्टर मणि भूषण शर्मा का कहना है कि अस्पताल में पूरे आईसीयू सेटअप और वेंटिलेटर को इस्तेमाल करने के लिए तैयार कर लिया गया है, मगर बार-बार ड्राई रन में असफल होने के कारण आईसीयू और वेंटिलेटर्स का इस्तेमाल शुरू नहीं किया जा पा रहा है.
नया ऑक्सीजन प्लांट लगाया गयाः डीएमसीएच
डीएमसीएच के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. मणि भूषण शर्मा ने कहा कि दरभंगा में कोविड-19 अस्पताल नर्सिंग कॉलेज को बनाया गया है, इसीलिए वहां पर वायरिंग का पूरा सेटअप लगाना पड़ा है. नया ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है. हम लोगों ने वेंटिलेटर को चालू करने के लिए ड्राई रन भी किया है मगर फेल हो गए हैं.
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उन्होंने आगे कहा कि आज या कल मगर हमलोग वेंटिलेटर को शुरू कर देंगे. हमलोग ड्राई रन में असफल हो गए हैं. इसीलिए किसी भी मरीज को वहां ले जाना खतरनाक है ताकि किसी मरीज की जान न चली जाए. हम लोग पूरी तरीके से संतुष्ट हो जाएंगे तो मरीजों को ले जाया जाएगा. हमारे पास 25 वेंटिलेटर हैं जो इस्तेमाल के लिए तैयार हैं.
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इस बीच दरभंगा के बीजेपी विधायक संजय सराओगी ने आईसीयू और वेंटिलेटर की शुरुआत नहीं होने को लेकर डीएमसीएच प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया.
बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी के कारण वेंटिलेटर का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा. हमलोगों ने फैसला लिया है कि किसी प्राइवेट एजेंसी को देखकर वेंटिलेटर को चालू किया जाए. 8-9 महीने पहले पीएम केयर्स फंड से 27 वेंटिलेटर सहित पूरा आईसीयू का सेटअप आया था मगर ऑक्सीजन की कमी के कारण इसका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है. डीएमसीएच को सब चीजें मिली थीं मगर उस को इस बात की चिंता करनी चाहिए थी किस का इस्तेमाल हो. प्रशासन ने पूरे मामले में अब तेजी दिखाई है. उम्मीद है कि जल्द वेंटिलेटर का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा.