कुछ दिनों पहले महाराष्ट्र में धुले एक्सप्रेस ट्रेन में बीफ ले जाने के शक में 72 वर्षीय बुजुर्ग अशरफ अली सय्यद हुसैन नाम के एक बुजुर्ग आदमी की कुछ लोगों ने पिटाई कर दी थी. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था जिसके बाद इसे लेकर काफी बवाल हुआ था.
अब एक वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि इसी तरह की एक और घटना सामने आई है जिसमें एक बुजुर्ग मुस्लिम को उसके धर्म की वजह बुरी तरह पीटा गया है.
वायरल वीडियो में सफेद दाढ़ी और कुर्ता पायजामा पहने एक बुजुर्ग आदमी दिख रहा है, जिसे एक दूसरा व्यक्ति एक के बाद एक थप्पड़ मारे जा रहा है. वीडियो में एक जगह वो बुजुर्ग का चश्मा उतारकर उसे जमीन पर फेंक देता है.

वीडियो के साथ लोग कैप्शन में लिख रहे हैं, “महाराष्ट्र के ट्रेन वाले बुजुर्ग का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि ये दूसरा वीडियो सामने आ रहा है जिसमें एक विशेष समाज का आदमी मुस्लिम बुजुर्ग को बुरी तरह पीट रहा है ? अब इस तरह की वीडियो देखकर दर्द नही होता क्युकी अब देखते ही रहते हैं? मुस्लिम बुजुर्ग की दाढ़ी नोची तमाचा मारा टोपी सर से गिरा दिया... विशेष समाज पागल हो चुका है"? ये क़ायर जो भी है बहुत नींच और गिरा हुआ इंसान है”.
इस वीडियो को बहुत सारे लोग '#AlleyesonIndianMuslims' हैशटैग के साथ शेयर कर रहे हैं. ये वीडियो एक्स और फेसबुक पर काफी वायरल है. ऐसे ही एक वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो भारत का नहीं बल्कि बांग्लादेश का है. इसमें मारपीट करता दिख रहा शख्स भी मुस्लिम ही है.
कैसे पता की सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ‘itvbd’ नाम की एक बांग्लादेशी न्यूज वेबसाइट की खबर मिली जिसमें इस घटना के बारे में विस्तार से बताया गया है. 9 सितंबर, 2024 की इस खबर के मुताबिक, ये वीडियो बांग्लादेश के बरगुना का है. इसमें जिस बुजुर्ग की पिटाई हो रही है, उसका नाम अब्दुर राशिद है जिसे शाओन मोल्ला नाम के आदमी ने पीटा था.
खबर में शाओन मोल्ला को बरगुना की 'बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी' के पूर्व जिला अध्यक्ष फारुख होसेन मोल्ला का बेटा बताया गया है. वहीं, अब्दुर राशिद को बांग्लादेश के 'मुक्तियोद्धा संसद' नामक संगठन का पूर्व जिला कमांडर. 'मुक्तियोद्धा संसद' बांग्लादेश का संगठन है. इसके सदस्य वो लोग हैं जिन्होंने 1971 के युद्ध में भाग लिया था.
दोनों के बीच कुछ पुरानी रंजिश थी. मोल्ला ने राशिद पर चोरी और धांधलेबाजी के आरोप लगाए थे. इसी वजह से उसने राशिद को पीटा था. राशिद ने मोल्ला के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी.
बांग्लादेश के मीडिया संस्थान ‘जमुना टीवी’ ने भी वायरल वीडियो को इसी जानकारी के साथ शेयर किया था. इस वीडियो में मारपीट के बीच दोनों की बांग्ला भाषा में बातचीत भी सुनी जा सकती है. इस वीडियो में मोल्ला, राशिद पर तमाम आरोप लगा रहा है कि उसने मुक्तियोद्धा संसद का कमांडर रहते हुए गड़बड़ी की. साथ वो कह रहा है कि राशिद ने उसकी पार्टी के लोगों को काफी परेशान किया.
इस घटना के बारे में ‘ढाका ट्रिब्यून’ ने भी खबर छापी थी.
हमने इस घटना के बारे में पुख्ता जानकारी पाने के लिए बरगुना थाना इंचार्ज देवान जगलुल हसन से संपर्क किया. हसन ने हमें बताया कि इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है क्योंकि आरोपी और पीड़ित- दोनों एक ही धर्म से हैं.