
पहलगाम हमले के बाद से सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ जबरदस्त अभियान चलाया हुआ है. हाल ही में सेना ने पुलवामा के त्राल में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी मार गिराए. वहीं शोपियां में हुई मुठभेड़ के दौरान लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकी मारे गए.
सेना की कार्रवाई से जुड़ी खबरों के बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें भारी गोलाबारी के बीच जंगल में दो लोगों को भागते हुए देखा जा सकता है. कई लोगों का कहना है कि ये कश्मीर का हालिया वीडियो है जहां कुछ आतंकी भागने की फिराक में थे लेकिन सेना ने उन्हे मार गिराया. सोशल मीडिया पर कई लोग इस वीडियो को पहलगाम हमले के आतंकियों का बताकर भी शेयर कर रहे हैं.
वीडियो को शेयर करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा, “कश्मीर के जंगलों में कुत्तों की तरह भागते आतंकी, इंडियन आर्मी ने मिट्टी में मिला दिया, जय हिन्द.”

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो सीरिया का है और मार्च 2025 से ही इंटरनेट पर मौजूद है. इसका कश्मीर और पहलगाम आंतकी हमले से कोई लेना-देना नहीं है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
रिवर्स सर्च करने पर हमें ये वीडियो सीरिया के एक फेसबुक यूजर के अकाउंट पर मिला. यहां इसे 9 मार्च, 2025 को शेयर किया गया था. पोस्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक ये वीडियो उस वक्त का है जब सीरिया के एक तटीय इलाके में एक समूह, सीरियाई सेना पर घात लगाकर हमला करने की कोशिश कर रहा था. हालांकि उनको मुंहतोड़ जवाब दिया गया था. हमें मार्च 2025 के ऐसे कई पोस्ट मिले जिनमें इस घटना को सीरिया के तटीय इलाके लताकिया का बताया गया है.
ये वीडियो तुर्की के मीडिया आउटलेट टीआर हैबर के एक्स अकांउट पर 9 मार्च, 2025 को शेयर किया गया था. पोस्ट में इस वीडियो को लताकिया के कर्दाहा क्षेत्र में सीरियाई सुरक्षा बलों और पूर्व सरकार के समर्थक लड़ाकों के बीच हुई मुठभेड़ से संबंधित बताया गया है. साथ ही, बताया गया है कि इस हमले में सुरक्षा बल के कई सदस्य मारे गए.
हमें मार्च 2025 में छपी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें लताकिया के कर्दाहा क्षेत्र में वर्तमान सीरियाई सरकार और पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के समर्थकों के बीच हुए टकराव का जिक्र किया गया है. खबरों के मुताबिक लताकिया में दोनों गुटों के बीच हुए टकराव में कम से कम 50 लोगों की जान चली गई थी. हालांकि, असद समर्थक लड़ाकों को खदेड़ कर सीरियाई सुरक्षा बलों ने लताकिया और टारटस शहरों पर नियंत्रण कर लिया था.
इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने भारतीय सेना की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगाला लेकिन हमें ये वीडियो कहीं भी नहीं मिली और न ही किसी विश्वसनीय मीडिया चैनल ने इसे भारत का बताया है.
साफ है, सीरिया में वहां के पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद के समर्थकों और वर्तमान सरकार के बीच हुई मुठभेड़ के वीडियो को भारत का बताकर शेयर किया जा रहा है.
रिपोर्ट - आशीष कुमार