“बुर्के में लफड़ा ही लफड़ा. दीपावली पर तीन बुर्का-धारी इस्लामिक जिहादी घर में घुसे, बहू और उसका बच्चा घर में अकेले थे. उद्देश्य क्या था पता नहीं. तभी अचानक भाई आ गया ओर फिर स्वागत ढंग से नहीं हुआ”. इस कैप्शन के साथ एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है.
वीडियो किसी घर का है जहां कुछ लोग मिलकर तीन लड़कों को पीट रहे हैं. इनमें से एक ने बुर्का पहन रखा है, वहीं मार खा रहा एक अन्य युवक अर्धनग्न है और जमीन पर लेटा है.

वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि दिवाली पर बुर्का पहनकर तीन मुसलमान गलत मकसद से एक हिंदू के घर में घुसे, जहां एक महिला और उसका बच्चा अकेले थे. लेकिन इसी दौरान उनका भाई आ गया और बुर्काधारियों की जमकर पिटाई हो गई.
इस दावे के साथ ये वीडियो फेसबुक और एक्स पर काफी वायरल हो रहा है. वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये भोपाल का एक पारिवारिक मामला था जिसमें एक दामाद ने बुर्का पहनकर अपने ससुर के घर में घुसकर जासूसी करने की कोशिश की थी, लेकिन वो पकड़ा गया था. दोनों पक्ष हिंदू समुदाय के हैं.
कैसे पता की सच्चाई?
वायरल पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट किया है कि ये मामला भोपाल का है जिसमें शामिल सभी लोग हिंदू हैं. यूजर ने इस मामले पर छपी दैनिक भास्कर की एक खबर भी कमेंट में पोस्ट की है जिसमें वायरल वीडियो के साथ मामले की पूरी जानकारी दी है.
खबर के मुताबिक, ये मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के बागसेवनिया थानक्षेत्र की 23 अक्टूबर 2024 की घटना है. विशाल सिंह नाम का एक युवक अपने दो दोस्तों के साथ बुर्का पहनकर अपने ससुर की जासूसी करने उनके घर पहुंच था. विशाल को शक था कि उसके ससुर राजेश सिंह के बाहरी महिलाओं से संबंध हैं. उन्हें रंगे हाथ पकड़ने के लिए दामाद महिला की आवाज में ससुर से अश्लील बातें करने लगा. लेकिन उसके जूते देखकर ससुर को शक हुआ और उन्होंने शोर मचाकर पड़ोसियों को बुला लिया.
ससुर ने दामाद को मोहल्ले के लोगों के साथ निर्वस्त्र कर पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया. खबर में आगे बताया गया है कि ससुर-दामाद की आपस में बनती नहीं है. परिवार में एक दूसरी बेटी की शादी भी थी. विशाल को शक था कि शादी के लिए रखी रकम को ससुर किसी अन्य महिला पर खर्च न कर दें. इसलिए वो उनकी जासूसी करने घर पहुंचा था.
घायल हुए विशाल और उसके साथियों ने एफआईआर दर्ज कराने से इनकार कर दिया था. ससुर ने भी सिर्फ शिकायती आवेदन दिया था. विशाल की पत्नी ने पुलिस को बताया था कि ये उनका पारिवारिक मामला है और दोनों पक्ष कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं.
इस मामले पर जनसत्ता और ईटीवी भारत ने भी खबरें छापी हैं. दोनों खबरों में ससुर का नाम राजेश और दामाद का नाम विशाल बताया गया है.
पुष्टि करने के लिए हमने बागसेवनिया पुलिस के टाउन इंस्पेक्टर अमित सोनी से बात की. उन्होंने भी यही बताया कि ये पारिवारिक मामला है जिसमें किसी भी पक्ष की तरफ से एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है. साथ ही उन्होंने बताया कि मामले में ससुर और दामाद दोनों हिंदू समुदाय के ही हैं.