scorecardresearch
 

फैक्ट चेक: मिस्र के बच्चा चोर की 2 साल पुरानी तस्वीर ​जामिया की बताकर वायरल

नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में रविवार को दिल्ली में हुए प्रदर्शन के बाद से ही जामिया मिलिया इस्लामिया विवादों के केंद्र में हैं. विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो के जरिए तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
महिला के भेष में पत्थरबाजी और आगजनी कर रहा जामिया का छात्र पकड़ा गया.
फेसबुक यूजर्स
सच्चाई
तस्वीर मिस्र की है और दो साल पुरानी है. इस शख्स को बच्चे चोरी करने के आरोप में पकड़ा गया था.

नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में रविवार को दिल्ली में हुए प्रदर्शन के बाद से ही जामिया मिलिया इस्लामिया विवादों के केंद्र में हैं. विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस की कार्रवाई को लेकर सोशल मीडिया पर फोटो और वीडियो के जरिए तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं. इसी बीच सोशल मीडिया एक नकाबपोश व्यक्ति की तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.

कई फेसबुक यूजर्स ने इस फोटो को शेयर करते हुए दावा किया है कि जामिया का एक छात्र लड़की का भेष बनाकर पत्थरबाजी और आगजनी करते हुए पकड़ा गया. तस्वीर में देखा जा सकता है कि उसमें मौजूद शख्स ने जींस और बुर्का पहना हुआ है और उसके नीचे सीने पर ब्रा दिख रही है.

पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां (http://archive.today/RJVoo) देखा जा सकता है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि यह दावा झूठा है. तस्वीर में दिख रहा शख्स मिस्र के काहिरा का है. उसका जामिया के प्रदर्शन से कोई लेना देना नहीं है. महिला के लिबास में यह शख्स काहिरा में मॉल से बच्चे चुराने के आरोप में पकड़ा गया था. यह घटना दो साल पुरानी है.

Advertisement

रिवर्स इमेज सर्च की मदद से हमने पाया कि यह तस्वीर 2017 से ही वायरल है. कई पोस्ट, जिनमें ज्यादातर अरबी में लिखी गई हैं, में दावा किया गया है कि यह आदमी लेबनान से गिरफ्तार किया गया है. हालांकि, लेबनान पुलिस ने इस दावे का खंडन किया था.

इंटरनेट पर सर्च करने पर हमें कई अरबी वेबसाइट पर इस घटना से जुड़ी और सूचनाएं मिलीं. इन खबरों को यहां देखा जा सकता है.

इन खबरों के मुताबिक, यह घटना 2017 में मिस्र के काहिरा में हुई थी. इस आदमी को काहिरा फेस्टिवल सिटी के नॉर्थ 90 स्ट्रीट, गेट नंबर 8 के  सामने से पकड़ा गया था. स्थानीय लोगों ने इस नकाबपोश आदमी की संदिग्ध गतिविधियों के चलते उसे पकड़ लिया था. बाद में पता चला कि वह महिला के भेष में बच्चे चोरी करने की कोशिश कर रहा था.

 

इस तरह स्पष्ट हुआ कि इस घटना का जामिया में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन से कोई लेना देना नहीं है. यह घटना मिस्र की है और दो साल पुरानी है.

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Advertisement
Advertisement