“मैं सही समय पर रिटायर होऊंगा. अगस्त 2027 में”, 10 जुलाई को पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान ये बयान दिया था. लेकिन, संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन यानि 21 जुलाई को धनखड़ ने इस्तीफा देकर सबको चौंका दिया. वैसे तो धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है. लेकिन, कयास लगाए जा रहे हैं कि कहीं इस कदम के पीछे कोई और वजह तो नहीं थी.
इसी कड़ी में धनखड़ का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वो किसी से भी ना डरने की बात करते नजर आ रहे हैं. वीडियो में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कहते हैं कि धनखड़ सरकार से डर गए हैं. इसके जवाब में धनखड़ बोलते हैं, “दावे का ये भाग डिलीट कर दिया जाएगा. क्यों? भारत का किसान और उसका बेटा किसी से नहीं डरता. किसी भी परिस्थिति में नहीं डरता.”
लोगों की मानें तो संसद की ये कार्यवाही जगदीप धनखड़ के इस्तीफा देने से एक दिन पहले की है. कहा जा रहा है कि संसद में हंसते हुए किसी से ना डरने की बात करने के अगले ही दिन धनखड़ को इस्तीफा देना पड़ गया.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो असल में 4 अप्रैल, 2025 का है. उस वक्त राज्य सभा में वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर वोटिंग हुई थी, जिस दौरान धनखड़ ने मल्लिकार्जुन खड़गे से ये बात कही थी.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये ‘एनडीटीवी इंडिया’ के इंस्टाग्राम पोस्ट में मिला. ये पोस्ट 4 अप्रैल, 2025 का है. इतना तो यहीं साफ हो जाता है कि धनखड़ ने ये बयान महीनों पहले दिया था.
इसके बाद हमें ‘संसद टीवी’ के यूट्यूब चैनल पर 3 अप्रैल, 2025 की राज्यसभा कार्यवाही का वीडियो मिला. वीडियो में मल्लिकार्जुन खड़गे को वक्फ संशोधन बिल के बारे में बोलते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में खड़गे और धनखड़ के कपड़े देखकर पता चलता है कि वायरल वीडियो वाली कार्यवाही भी इसी दिन की है.
इसके बाद हमें 'हिंदुस्तान टाइम्स' के यूट्यूब चैनल पर 3 अप्रैल को लाइवस्ट्रीम की गई संसद की इस कार्यवाही का पूरा वीडियो मिला. कार्यवाही के दौरान तमाम नेताओं ने वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर स्पीच दी और फिर बिल पर वोटिंग की गई. इसमें 8:34:05 सेकंड के बाद वायरल वीडियो वाला हिस्सा देखा जा सकता है.
बात दें कि लोक सभा में पारित होने के बाद 4 अप्रैल तड़के करीब ढाई बजे राज्यसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक पास हो गया था. इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में फरवरी में लगाए गए राष्ट्रपति शासन पर संवैधानिक संकल्प को चर्चा के लिए प्रस्तुत किया था. तब, खरगे ने अनुरोध किया था कि ये चर्चा सदन की अगली बैठक में कराई जाए. जब धनखड़ ऐसा करने को नहीं मानें, तो खड़गे ने टिप्पणी की कि धनखड़ सरकार से डर गए हैं. इसी के जवाब में धनखड़ ने किसान के बेटे वाला बयान दिया था. और खड़गे की इस टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया था.
साफ है, अप्रैल 2025 के वीडियो को धनखड़ के इस्तीफे से एक दिन पहले का बताते हुए शेयर किया जा रहा है.