“तुम कांवड़ लेने मत जाना, ज्ञान का दीप जलाना. मानवता की सेवा करके, सच्चे मानव बन जाना”. अपनी कविता में ये कहने पर यूपी के बरेली में एक इंटरमीडिएट टीचर पर एफआईआर दर्ज हो गई है. रजनीश गंगवार नाम के इस शिक्षक ने एमजीएम इंटर कॉलेज में सुबह असेंबली के दौरान कविता में ये भी कहा था कि कांवड़ उठाने से कोई डीएम-एसपी या अधिकारी नहीं बनता. इन्हीं बातों ने हिंदू संगठनों को नाराज कर दिया और गंगवार पर मुकदमा दर्ज हो गया.
अब रजनीश गंगवार का बताकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है जिसमें किसी स्कूल इवेंट के मंच पर एक आदमी अजीबो-गरीब डांस करते दिख रहा है.
वीडियो के साथ कैप्शन में लोग लिख रहे हैं, “यह वही मास्टर साहब हैं जो कह रहे थे कि तुम कावड़ लेकर मत जाना तुम ज्ञान के दीप जलाना”. यूजर्स कमेंट्स में युवक के डांस को भद्दा बताते हुए लिख रहे हैं कि ऐसे कैसे एक शिक्षक स्कूल में इस तरह का डांस कर सकता है.
लेकिन आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो न तो बरेली का है और न ही रजनीश गंगवार का.
कैसे पता की सच्चाई?
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें ये आशिष तिवारी नाम के एक इंस्टाग्राम यूजर के अकाउंट पर मिला. यहां इसे 29 जनवरी को अपलोड किया गया था. इस पोस्ट पर 12 मिलियन से ज्यादा व्यूज हैं. आशिष ने इसी से मिलता-जुलता एक वीडियो 31 जनवरी को भी शेयर किया था.
वीडियो के बारे में जानने के लिए हमने आशिष से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि ये वीडियो यूपी के बुलंदशहर के एक गांव भैंसा खुर का है. गौरव का कहना था कि ये वीडियो इसी गांव के रहने वाले गौरव कुमार नाम के एक शख्स का है. उन्होंने ये डांस गांव के ही एक स्कूल में किया था.
आशिष ने हमें गौरव की इंस्टाग्राम आईडी भेजी जहां ये वीडियो 28 जनवरी को शेयर किया गया था. इस आईडी पर वायरल वीडियो में दिख रहे आदमी के और भी वीडियो मौजूद हैं. हमने वीडियो को लेकर गौरव से भी बात की. उन्होंने ये बात साफ कर दी कि वीडियो उन्हीं के डांस का है, न कि रजनीश गंगवार का.
गौरव ने ये डांस धर्म पब्लिक नाम के स्कूल में इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर किया था. गौरव इसी स्कूल से पढ़े हैं. अगर रजनीश और गौरव की शक्लें भी मिलाएं तो ये स्पष्ट हो जाता है कि दोनों अलग-अलग व्यक्ति हैं.
कुल मिलाकर, वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है.