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2024 में चुनाव के लिए 2023 में हो रहा है G20 का आयोजन: असदुद्दीन ओवैसी

ओवैसी ने कहा कि यह पूरे देश के लिए गर्व का विषय है, लेकिन यह गर्व हमें बहुत पहले ही मिल रहा था. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि G-20 की यह अध्यक्षता में हमें पहले ही मिल रही थी, लेकिन जानबूझकर इसे 2023 में लिया गया. ओवैसी ने कहा कि 2024 को लेकर चेहरा प्रोजेक्ट करने के लिए यह इवेंट 2023 में किया जा रहा है.

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असदुद्दीन ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी

आजतक G-20 समिट में AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हम G-20 में आने वाले मेहमानों को क्या दिखाएंगे. क्या हम उन्हें मणिपुर दिखाएंगे? ओवैसी ने कहा कि यह पूरे देश के लिए गर्व का विषय है, लेकिन यह गर्व हमें बहुत पहले ही मिल रहा था. केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि G-20 की यह अध्यक्षता में हमें पहले ही मिल रही थी, लेकिन जानबूझकर इसे 2023 में लिया गया. 

ओवैसी ने कहा कि 2024 को लेकर चेहरा प्रोजेक्ट करने के लिए यह इवेंट 2023 में किया जा रहा है. ऐसा इसलिए कि उन्हें टीवी पर ज्यादा दिखाया जाएगा. ओवैसी ने दावा करते हुए कहा कि इस तरह के इंटरनेशनल कार्यक्रम से भाजपा को कोई खास फायदा मिलने वाला नहीं है. 

जी20 समिट की फुल कवरेज देखने के लिए यहां क्लिक करें 

'2024 के चुनाव में होगी फाइट'

सरकार को अविश्वास प्रस्ताव से फायदा होने के सवाल पर ओवैसी ने कहा, अगर कोई यह कह रहा है कि 2024 के लिए बीजेपी का रास्ता एकदम साफ हो गया है तो यह बात मैं नहीं मानता हूं. 2024 का चुनाव आज भी खुला है. बीजेपी को यह बात समझ में आ गई कि देश के गरीब यह बात भांप गए हैं कि उनकी आमदनी में कमी हो रही है. मुझे नौकरी नहीं मिल रही है. ये बात लोग अच्छे से समझने लगे हैं. 2024 का चुनाव आसान नहीं होने वाला है. बहुत मुश्किल होगा. कड़ी फाइट होगी.

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'जी-20 में संयुक्त बयान आएगा?'

इससे पहले ओवैसी ने कहा, मणिपुर में हिंसा ना होती तो गर्व होता. मणिपुर में सिविल वार क्यों हुआ. हम वाकई ताकतवर हैं तो रूस-यूक्रेन युद्ध को रुकवा देते. हम कमजोरी में हुनर तलाशते हैं. अगर हम ताकतवर होते तो यूक्रेन में जंग खत्म कर देते हैं. भारत में जी 20 हो रहा है. मुझे इस बात का डर है कि संयुक्त बयान नहीं आएगा. ये जी 20 के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा.

जी 20 से पहले पीएम मोदी रूस और यूक्रेन जाते. ओवैसी ने कहा, संयुक्त बयान आएगा या नहीं.. ये देखना है. जेलेंस्की आएंगे या नहीं आएंगे.. ये देखना है. जिनपिंग आएंगे और बताएंगे कि हम आपकी जमीन पर कब्जा किए बैठे हैं. ये हमारे लिए ठीक बात नहीं होगी.
 

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