'एजेंडा आजतक' के सत्र 'दिल चाहता है' में अभिनेता आमिर खान ने कहा कि वे अपनी पसंद की फिल्में चुनते हैं. उन्होंने कहा कि वे खुद को सामाजिक कार्यकर्ता नहीं, बल्कि 'एंटरटेनर' के तौर पर ही देखते हैं.
'मुझमें शराफत भी, शैतानी भी'
आमिर खान ने स्वीकार किया कि 'एंटरटेनर' की जिम्मेदारी सामाजिक संरचना में योगदान करने की भी होती है. आमिर ने कहा कि हर इंसान में अलग-अलग 'रंग' होते हैं. उन्होंने कहा, 'मुझमें शराफत है, जोश है और शैतानी भी है.'
आज में जीना है पसंद
आमिर खान ने कहा कि वे यह नहीं सोचते हैं कि 5 साल के बाद क्या करेंगे. उन्होंने कहा कि वे आज में जीना पसंद करते हैं. भविष्य की योजना के बारे में खुलासा करते हुए आमिर खान ने कहा, 'मेरा एक सपना है कि मैं महाभारत बनाऊं. मैं कृष्णा के रोल में फिट बैठूंगा. मेरी मां भी मुझे बचपन में यही बुलाती थीं. महाभारत में मेरा सबसे प्रिय किरदार है कर्ण, पर मैं वो किरदार नहीं निभा पाऊंगा.'
नाकाम फिल्में भी कम अहम नहीं
आमिर खान ने कहा, 'मेरी नाकामयाब फिल्म मेरे लिए सबसे अजीज हैं, क्योंकि इन फिल्मों की वजह से मैंने बेहतर फिल्मों में काम किया.' आमिर ने कहा कि फिल्मकार लोगों का दिल बहलाते हैं, फिल्मों में कोई पढ़ाई करने थोड़े ही आता है.
शाहरुख-सलमान अच्छे इंसान
आमिर खान ने कहा कि वे शाहरुख खान और सलमान खान के बीच तुलना नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों ही बेहतरीन कलाकार और प्यारे इंसान हैं. आमिर ने कहा कि अगर वे संजीव कुमार के 10 फीसदी के बराबर भी हो जाएं, तो खुद को खुशनसीब समझेंगे.
खाप विवाद से निराश, पर हताश नहीं
खाप पंचायतों और ऑनर किलिंग के बढ़ते मामलों पर आमिर खान ने कहा कि वे खाप विवाद से निराश तो हैं, पर हताश नहीं हैं. उन्होंने कहा कि 'सत्यमेव जयते' आगे भी जारी रहेगा. आमिर ने कहा कि राजनीति में उनकी कोई रुचि नहीं है.