'एजेंडा आजतक' में शिरकत करते हुए माधुरी दीक्षित नेने ने कहा कि उन्होंने 'नंबर गेम' में कभी विश्वास नहीं किया.
'एजेंडा आजतक' के दूसरे दिन का 7वां सत्र बेहद दिलचस्प रहा. आखिर हो भी क्यों नहीं. इस सत्र की वक्ता 'धक धक गर्ल' माधुरी दीक्षित जो थीं. सत्र का नाम रखा गया 'हीरो से कम नहीं हिरोइन' जो कि माधुरी पर बिल्कुल फिट बैठता है. सत्र की शुरुआत में तो माधुरी के करियर से जुड़ी बातें हुईं, फिर सवाल-जवाब का दौर चला, जिसमें लोगों ने माधुरी के ड्रीम रोल, उनके जीवन की रोचक बातें और उनकी आने वाली फिल्मों के बारे में जानना चाहा.
इसके बाद शुरू हुआ माधुरी की तारीफों का दौर. वैसे तो माधुरी की तारीफ में कई लोगों ने कसीदे गढ़े, लेकिन गीतकार जावेद अख्तर के शब्दों पर न केवल माधुरी, बल्कि पूरी महफिल ही मुस्कुरा उठी. जावेद साहब ने माधुरी की तारीफ में कहा कि बॉलीवुड ने माधुरी की अभिनय क्षमता का पूरा इस्तेमाल नहीं किया. उन्होंने कहा कि माधुरी की योग्यता के हिसाब से कभी उन्हें रोल नहीं मिले, लेकिन जो भी रोल उन्हें मिले, उसमें उन्होंने बेहतरीन काम करके दिखाया, जो माधुरी की उपलब्धि है.
एजेंडा में चर्चा के दौरान माधुरी दीक्षित ने कहा कि कि कैमरे के पीछे भी महिलाओं का बोलबाला बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि महिलाओं की छवि बदली है, जो 'सिल्वर स्क्रीन' पर नजर आती है. बातचीत में पता चला कि श्रीराम नेने माधुरी की प्रसिद्धि देखकर शुरुआत में ही प्रभावित हुए थे. माधुरी ने कहा, 'मैं और मेरे पति एक टीम हैं. मैंने और मेरे पति ने भारत वापस लौटने का फैसला संयुक्त तौर पर लिया था.'
माधुरी दीक्षित ने कहा कि कलाकार को समाज के लिए योगदान करते रहना चाहिए. माधुरी ने कहा, 'मैं समाजसेवा के लिए भी काम करती रहूंगी. अगर गंभीर मुद्दों पर कोई फिल्म मिली, तो जरूर काम करूंगी.' माधुरी ने कहा कि आज की फिल्में काफी 'रियल' हैं. उन्होंने बेशकीमती टिप्स देते हुए कहा, 'आप स्माइल करें, तो हमेशा खूबसूरत लगेंगे.'