एजेंडा आजतक 2019 के दूसरे दिन सत्र 'ये रास्ते हैं रोजगार के' में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने तमाम मुद्दों पर अपनी राय और अपने मंत्रालय की योजना के बारे में बताया. नितिन गडकरी ने कहा कि अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव होते हैं, लेकिन जल्द लोगों की समस्याएं दूर होंगी. उन्होंने कहा कि हम तेजी से बढ़ती इकॉनोमी हैं और ऐसे उतार-चढ़ाव पहले भी आए हैं.
नितिन गडकरी ने कहा कि आज दुनिया के बड़े देशों की विकास दर भी काफी नीचे है. उन्होंने पांच करोड़ नौकरियां पैदा करने के सवाल पर कहा कि हमने 40 किलोमीटर सड़क प्रतिदिन बनाने का लक्ष्य रखा था, अब वह 32 हो गया है, इस साल तक शायद 40 भी हो जाए. ठीक ऐसे ही 5 करोड़ नौकरियां पैदा करने का लक्ष्य भी रखा गया है. उन्होंने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने की हमारी जिम्मेदारी है. जो उतार-चढ़ाव होते हैं उसको ध्यान में रखते हुए एजेंसियां अपनी बात कहती हैं. उनका वो काम है. लेकिन कहना है कि जबतक ग्रामीण और ट्राइबल क्षेत्र में खरीदने की क्षमता नहीं बढ़ेगी तब तक अर्थव्यवस्था बढ़ेगी नहीं.
नितिन गडकरी ने कहा कि पांच करोड़ नौकरियां सृजित करने का टारगेट था. हम कोशिश कर रहे हैं. नई योजनाएं बना रहे हैं. परिस्थितियों चैलेंजिंग हैं. इसमें थोड़ा टाइम लगेगा. नौकरियों के लिए कई प्लान है. मेरे डिपार्टमेंट में कॉर्मस मिनिस्ट्री ने पॉलिसी बनाई है.
आज के हालात पर बोले @nitin_gadkari,आज के अंधेरे में कल का उजाला छिपा है, आज की हार में कल की जीत छिपी है
लाइव-https://t.co/Aqvb3gJEp3 #AgendaAajTak19 pic.twitter.com/yqIIfcQFpu
— आज तक (@aajtak) December 17, 2019
भारतीय अर्थव्यवस्था और नोटबंद पर चर्चा के दौरान नितिन गडकरी ने स्वीकार किया कि रियल एस्टेट में मंदी छाई हुई है. उन्होंने कहा कि अभी न कोई ब्लैक मनी से प्रॉपर्टी खरीद रहा है और न ही व्हाइट मनी से प्रॉपर्टी खरीद रहा है. आज कोई ब्लैक मनी से भी प्रॉपर्टी खरीद नहीं रहा है. हमें फिर से अर्थव्यवस्था में रफ्तार लाने की जरूरत है. रियल सेक्टर के लिए हमने कुछ धन मुहैया कराया है.
रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि MSME सेक्टर में नई-नई योजनाओं से रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे, स्थिति चुनौतीपूर्ण हैं. लेकिन हम रास्ता निकालने के लिए काम कर रहे हैं, हालांकि इसमें वक्त लग सकता है. नितिन गडकरी ने कहा कि सड़क परिवहन विभाग ने 6 महीने से वाणिज्य मंत्रालय से जानकारी जुटाई है कि देश में क्या-क्या आयात होता है, अब मेरा विभाग शोध कर रहे है कि क्या यह सामान आयात न होकर देश में तैयार हो सकता है ताकि यहां रोजगार पैदा हो सके.
नितिन गडकरी ने कहा कि बॉयोफ्यूल की दिशा में हमने आयात की बजाय देश में ईंधन तैयार करने की योजना बनाई है. इसी तरह शुगर की बजाय हम एथेनॉल बना रहे हैं, उससे किसानों को संरक्षण दिया जा रहा है, बंद हुई शुगर फैक्ट्रियों के लिए योजना तैयार की जा रही है. ऑटो मोबाइल सेक्टर सबसे ज्यादा रोजगार दे सकता है, आने वाले 5 साल में भारत इलेक्ट्रिक व्हीकल का हब बनने जा रहा है.