इस शुक्रवार को रिलीज हुई अक्षरा हासन, विवान शाह और गुरमीत चौधरी की फिल्म 'लाली की शादी में लड्डू दीवाना' इस साल की दूसरी सबसे बड़ी फ्लॉप साबित हई है. साउथ स्टार कमल हासन की बेटी अक्षरा हासन की यह दूसरी फिल्म है, जो बुरी तरह पिटी है. उनकी पिछली फिल्म 'शमिताभ' भी बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा कुछ कमाल नहीं दिखा पाई थी.फिल्म की बात करे तो इस शादी में आपको ऐसा कुछ नजर नहीं आएगा जो आपको इस फिल्म के आखिर तक अपनी सीट पर रोक कर रखे. फिल्म की कहानी एक साइकिल की दुकान चलाने वाले (दर्शन जरीवाला) के बेटे लड्डू (विवान शाह) की है जो जिंदगी में कुछ बड़ा करने के लिए बड़ौदा पहुंचता है. जहां लाली (अक्षरा हसन) से उसकी मुलाकात होती है और लाली बन जाती है उसकी गर्लफ्रेंड. दोनों का प्यार इस कदर परवान चढ़ता है कि शादी से पहले ही लाली हो जाती हैं प्रेग्नेंट जिसे सुन लड्डू को लगता है कि अब उसका करियर शुरू होने से पहले ही खत्म होने वाला है और इसीलिए वह लाली को प्रेग्नेंसी के हालात में छोड़ कर चला जाता है.इतना सब होने के बाद भी लाली हार नही मानती और पहुंच जाती है लड्डू के माता पिता के पास. उधर लड्डू को भी अपनी गलती का अहसास होता है और लौट आता है वापस अपने घर. हालांकि तब तक बहुत देर हो चुकी होती है और लाली की शादी कुंवर वीर (गुरमीत चौधरी) के साथ तय हो जाती है और फिर कहानी में आता है लव ट्राइएंगल.2 घंटे 10 मिनट लंबी इस फिल्म पर बेवजह पैसा बर्बाद किया गया है. फिल्ममेकर्स ने दर्शकों के लिए इस फिल्म में ऐसा कुछ नहीं डाला जिससे लोग इस फिल्म को देख सकें. फिल्म में अगर एक्टर्स की एक्टिंग की बात करे तो किसी की भी एक्टिंग अव्वल दर्जे की नहीं लगती है. फिर भी आप इस फिल्म को देखना चाहते हैं अगर रात को कभी आपको नींद ना आ रही हो तो आप इस फिल्म को देख सकते हैं.