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Movie Review: समाज के मुंह पर करारा तमाचा है 'बेगम जान'

Movie Review: समाज के मुंह पर करारा तमाचा है 'बेगम जान'

विद्या बालन को एक जानदार परफॉर्मेंस की दरकार थी, और उन्हें बेगम जान के साथ वह मौका मिल गया है. बेगम जान में उन्होंने दिखाने की कोशिश की है कि अगर रोल सॉलिड ढंग से लिखा गया हो तो वे उसे बेहतरीन ढंग से अंजाम दे सकती हैं. ऐसा मौका इस बार उनके हाथ लग गया है. बंगाली हिट फिल्म राजकहिनी के इस हिंदी रीमेक में हर वह बात जो एक बेहतरीन सिनेमा के लिए जरूरी होती है. फिर चाहे वह बेहतरीन अदाकारी हो, कैमरे का कमाल हो, सॉलिड कैरक्टराइजेशन हो या कहानी. हर मोर्चे पर “बेगम जान” खरी उतरती है. फिल्म पूरी तरह से इस बात पर फोकस है कि मर्दों की दुनिया में औरतों को अपने दम पर जीना और मरना दोनों ही आता है.

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