टीवी सीरियल तारक मेहता का उल्टा चश्मा देश भर में काफी लोकप्रिय है और इसे हर वर्ग के लोग देखना पसंद करते हैं. इसमें काम करने वाले सभी किरदारों को लोग पहचानते हैं. इनमें सबसे ज्याद चर्चा में रहने वाले रोल दया बेन और जेठालाल हैं. इनकी कॉमेडी सभी को हंसने पर मजबूर कर देती है. कुछ समय पहले जेठालाल की फैन फॉलोइंग का एक रोचक किस्सा देखने को मिला जिसमें राजस्थान के दो बच्चे उनसे मिलने मुंबई आ गए.
पोवई पुलिस स्टेशन के एक पुलिस अफसर ने बताया कि राजस्थान के रहने वाले दो 6वीं और 8वीं के भाई ''तारक मेहता का उल्टा चश्मा'' स्टारर जेठालाल (दिलीप जोशी) और पोपटलाल (श्याम पाठक) से मिलने के लिए मुंबई आ गए. दोनों ने पहले तो सफर में होने वाले खर्चों का ब्योरा तैयार किया. किराया-भाड़ा और सबकुछ मिला के करीब 3000 रुपए के आस-पास बैठा.
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इसके बाद दोनों भाइयों ने एक अंडर कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट में काम किया और 3100 रुपए बटोर लिए. 11 जून को दोनों घर से निकले और पहले ''घटकोपर'' पहुंचे. इसके बाद पूछताछ करने के बाद उन्हें पता चला कि फिल्म सिटी ''गोरेगांव'' में है. पूछताछ के दौरान ही एक शख्स को उन पर शक हुआ. जब उसे बच्चों के प्लान के बारे में पता चला तो उसने बच्चों को पोवई पुलिस के हवाले कर दिया.
'तारक मेहता...' के जेठालाल से मिलने घर से भागे दो बच्चे
पोवई पुलिस ने इसके बाद बच्चों के पेरेन्ट्स को कॉल किया. इसके बाद सीरियल के प्रोड्यूसर्स से भी पुलिस ने बात कर के ये संभावनाएं तलाशने की कोशिश की कि बच्चे किस तरह जेठालाल से मिल सकेंगे मगर ऐसा नहीं हो पाया. ''डोंगरी'' में दोनों बच्चों को एक रात निगरानी में रखा गया और बाद में उन्हें उनके मामा को सौंप दिया गया जो उन्हें वापस घर लेकर गए.
इंडियन एक्सप्रेस को दिए गए इंटरव्यू में दिलीप जोशी ने कहा कि '' जब बच्चे वापस चले गए तब मुझे इस घटना के बारे में पता चला और ये डरावना है. अगर वो गलत हाथों में चले जाते तो अंजाम बुरा भी हो सकता था. मैं पूर्ण रूप से इसका विरोध करता हूं कि कोई बच्चा मुझे देखने या मिलने के लिए अपने घर से भाग के यहां आए.''