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'मैरी कॉम' में घाव के निशान बनाना चैलेंज था : शिंदे

मेकअप आर्टिस्ट सुभाष शिंदे को फिल्म 'गोलियों की रासलीला राम-लीला' के लिए जाना जाता है. उनका कहना है कि प्रियंका चोपड़ा अभिनीत 'मैरी कॉम' फिल्म में आर्टिफिशियल मेकअप से घाव के निशान बनाना चुनौतीपूर्ण था.

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मेकअप आर्टिस्ट सुभाष शिंदे को फिल्म 'गोलियों की रासलीला राम-लीला' के लिए जाना जाता है. उनका कहना है कि प्रियंका चोपड़ा अभिनीत 'मैरी कॉम' फिल्म में आर्टिफिशियल मेकअप से घाव के निशान बनाना चुनौतीपूर्ण था. क्योंकि इसमें बहुत समय और जानकारी की जरूरत पड़ी. फेमस महिला मुक्केबाज एम.सी. मैरी कॉम की लाइफ पर बेस्‍ड 'मैरी कॉम' को उमंग कुमार ने डायरेक्‍ट किया है. फिल्म पांच सितंबर को रिलीज हो रही है.

शिंदे ने बताया, 'मैंने पहली बार अपने काम में आर्टिफिशियल मेकअप का इस्तेमाल किया और मारपीट के निशान को जितना मुमकिन हो सके उतना असली बनाने की कोशिश की. यह सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक था. पर्दे पर हर एक मुक्के या घाव को असली दिखाना जरूरी है.'

उन्होंने कहा, 'एक नए पंच का निशान कुछ दिनों बाद वैसा नहीं रहता. यह यहां तक कि कुछ घंटों में बदल जाता है.. मुझे खुशी है कि यह बढ़िया से हो गया.' प्रियंका के हेयर स्‍टाइल से लेकर पूरे लुक में आर्टिफिशियल मेकअप का इस्तेमाल किया गया था.

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