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फिल्मी स्टारडम से लेकर घरेलू बाई तक का शिल्पा शिरोडकर का सफर

20 साल की उमर में फिल्म इंडस्ट्री में एंट्र‍ी. फिर अपनी जवानी के दिनों में सेक्स सिंबल का टैग. झरने के नीचे सफेद साड़ी पहने उस बाला ने गुनगुनाया 'राधा बिना है'. फिल्म थी 'कृष्ण कन्हैया', लेकिन पर्दे पर हिट रही राधा. ज्यादा लंबा सफर तो नहीं लेकिन चर्चित और दिलचस्प रहा शिल्पा शिरोडकर का फिल्मी सफर. आज अपनी जिंदगी के 45 साल पूरे कर चुकी शिल्पा उस फिल्मी करियर को एक मीठे अनुभव के तौर पर देखती हैं.

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शिल्पा शिरोडकर
शिल्पा शिरोडकर

20 साल की उमर में फिल्म इंडस्ट्री में एंट्र‍ी. फिर अपनी जवानी के दिनों में सेक्स सिंबल का टैग. झरने के नीचे सफेद साड़ी पहने उस बाला ने गुनगुनाया 'राधा बिना है'. फिल्म थी 'कृष्ण कन्हैया', लेकिन पर्दे पर हिट रही राधा. ज्यादा लंबा सफर तो नहीं लेकिन चर्चित और दिलचस्प रहा शिल्पा शिरोडकर का फिल्मी सफर. आज अपनी जिंदगी के 45 साल पूरे कर चुकी शिल्पा उस फिल्मी करियर को एक मीठे अनुभव के तौर पर देखती हैं.

राधा बिना कृष्ण अकेला, छोड़ नहीं जाना...


एक्टिंग का हुनर तो शिल्पा अपनी मां के पेट से लेकर आई थी. शिल्पा की दादी मीनाक्षी शिरोडकर खुद एक पॉपुलर मराठी एक्ट्रेस रह चुकी थीं. 1938 की बात है जब मराठी फिल्म ब्रहमचारी में उनकी दादी ने बड़े पर्दे पर स्विमसूट पहनकर ऑडियंस को पागल कर दिया था. ये भी एक बड़ी वजह रही है शिल्पा शिरोडकर को पर्दे पर एक्टिंग करते देखने के लिए हर थि‍एटर भरा रहता था. लेकिन उन्होंने काफी गंभीर और बेहतरीन रोल भी किए. 1989 से 2000 तक फिल्मी दुनिया में वो एक्टिव रही. लेकिन जिस समय तक उनकी छोटी बहन नम्रता शिरोडकर (पूर्व मिस इंडिया) ने फिल्मी दुनिया में पांव रखे, तब तक शिल्पा शिरोडकर ने इस इंडस्ट्री को अलविदा कहना शुरू कर दिया.

कागज कलम दवात ला लिख दूं दिल तेरे नाम करूं...

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शिल्पा शिरोडकर की पहली फिल्म तो 1989 की 'भष्ट्राचार' रही, जिसमें उन्होंने एक अंधी लड़की का किरदार निभाया था. लेकिन उन्हें पॉपुलेरिटी मिलना शुरू हुई 1990 की सुपरहिट फिल्म 'कृष्ण कन्हैया से जिसमें उनके अपोजिट थे अनिल कपूर. 1991 में 'हम', 1992 में 'खुदा गवाह', 1993 में 'आंखें और पहचान', 1994 में 'गोपी किशन', 1995 में 'बेवफा सनम' और 1997 में 'मृत्युदंड' तक उन्होंने तमाम लीडिंग और सर्पोटिंग रोल किए. इस दौरान उन्होंने अमिताभ बच्चन से लेकर गोविंदा और सुनिल शेट्टी तक सुपरस्टार के साथ काम किया. साल 2000 में आई फिल्म 'गज गामिनी' उनकी आखिरी फिल्म थी. वैसे 2010 में उन्होंने 'बारूद: द फायर' फिल्म में काम किया, लेकिन ना तो फिल्म चली और ना ही उससे शिल्पा शिरोडकर की वापसी का पता चला.

जिस बात से डरते थे, वो बात हो गई...

फिल्म इंडस्ट्र‍ी से 13 साल दूरी बनाए रखने के बाद शिल्पा ने फैसला किया छोटे पर्दे पर एंट्री मार कर घर घर में पहुंचने का. शिल्पा ने स्टारडम से लेकर हाउसवाइफ और फिर टीवी पर एक घर में काम करने वाली बाई के रोल तक जिंदगी में काफी उतार चढ़ाव देखें हैं. आपकी सेकेंड इनिंग के लिए हमारी शुभकामनाएं.

अंगना में बाबा...

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