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वहीदा रहमान से 60 के दशक की बातें सुनकर अच्छा लगा: अनुष्का शर्मा

बॉलीवुड में टॉप एक्ट्रेस के तौर पर अपनी पहचान बना चुकी अनुष्का शर्मा की नई फिल्म बॉम्बे वेलवेट कल यानी कि 15 मई को रिलीज होने जा रही है.

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अनुष्का शर्मा
अनुष्का शर्मा

बॉलीवुड में टॉप एक्ट्रेस के तौर पर अपनी पहचान बना चुकी अनुष्का शर्मा की नई फिल्म बॉम्बे वेलवेट कल यानी कि 15 मई को रिलीज होने जा रही है. इस फिल्म में अनुष्का रणबीर कपूर के साथ लीड रोल में नजरआ रही हैं. फिल्म में रोजी का किरदार निभा रही अनुष्का से हुई खास बातचीत के पेश हैं कुछ अंश:

इस फिल्म को साइन करने का क्या कारण रहा?
डायरेक्टर, स्क्रिप्ट राइटर और प्लॉट से मैं काफी प्रभावित हुई इसलिए मैंने इस फिल्म को साइन किया.

NH10 एक रिस्क थी, क्या उसकी सफलता के बाद आपका आत्मविश्वास और बढ़ा?
जी बिल्कुल, लेकिन मेरे लिए ये कभी भी रिस्क नहीं था, मैं काफी खुश थी कि काफी लोगों ने मेरा साथ दिया और अब इस तरह की फिल्में बनाना और भी आसान हो जाएगा.

फिल्म NH12 की भी खबरें आ रही हैं?
इसके लिए आपको मेकर्स से पूछना चाहिए, मेरे पास इसकी कोई भी जानकारी नहीं है.

'बॉम्बे वेलवेट' में आपका लुक काफी अलग है? इस लुक के मेकअप के लिए कितना समया लगता था?
मुझे 60 के दशक का यह लुक बहुत पसंद है लेकिन इस लुक के हेयर और मेकअप के लिए करीब 1 घंटे का समय लगता था. मुझे आधे घंटे के बाद बहुत दिक्कत होने लगती थी लेकिन फिर भी मैंने अनुराग के हिसाब से काम किया और इससे मेरे धीरज का स्तर भी बढ़ गया.

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आपने एक्टिंग और जैज सिंगर बनने के लिए किसी से क्या कोई प्रेरणा ली?
कोई भी प्रेरणा का सोर्स नहीं था, मैंने बस इस फिल्म का संगीत सुना और उसी के हिसाब से अपने किरदार पर काम किया. मैं पहले विदेश के जैज गाने वालों को सुनती थी और उनकी तरह गाने की कोशिश करती थी. मैंने एक गायक के रूप में ही खुद को दिखाना चाह है.

वहीदा रहमान जी से भी आप मिली?
हां मुझे बहुत मजा आया उन्होंने भी 'गाइड' फिल्म में 'रोजी' का किरदार निभाया था, उन्होंने मुझे कई रोचक बातें बताईं. उन्होंने कहा की 60 के दशक में मुंबई की गर्मी में बड़े घर की महिलायें अपने फर कोट को पहनकर मरीन ड्राइव पर निकलती थी. इस तर‍ह से उन्होंने उस जमाने की बाते शेयर की जिन्हे सुनकर मुझे बहुत अच्छा लगा.

आजकल कॉम्पिटशन का दौर है, इसे आप कैसे लेती हैं?
कॉम्प्टीशन है, हम सब बेस्ट काम करना चाहते हैं लेकिन काफी रेस्पेक्ट के साथ. हर एक्टर सुरक्षित है और अपने-अपने हिसाब का काम कर रहे हैं. इस तरह से कहा जा सकता है कि कॉम्पिटिशन है लेकिन सिर्फ अच्छे तरह का काम करने का. हम सब एक दूसरे की एक्टिंग की सराहना भी करते हैं. हम किसी को भी निराश या दुखी नहीं करते.

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कोई ड्रीम रोल ?
हां किसी बायोपिक का हिस्सा बनना चाहती हूं.

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