80-90 के दशक की कई सारी फिल्मों में संगीत दे चुके म्यूजिक डायरेक्टर वनराज भाटिया के बुरे हालात के बारे में जबसे फिल्म इंडस्ट्री को पता चला है उनको लेकर फिल्मीं सितारे फिक्रमंद नजर आ रहे हैं. अब मशहूर गीतकार जावेद अख्तर उनकी मदद के लिए आगे आए हैं. उन्होंने इंडियन परफॉर्मिंग राइट सोसाइटी (IPRS) के तहत उनकी मदद का जिम्मा उठाया है और वनराज की आर्थिक मदद की है.
IPRS के सीईओ राकेश निगम ने उनकी आर्थिक सहायता की है. बता दें कि IPRS के चेयरमैन जावेद अख्तर हैं. उन्होंने वनराज के बारे में बात करते हुए कहा- ''IPRS इंडियाज ऑथर्स सोसाइटी है. हम सभी संगीत और साहित्य से जुड़े लोगों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास करने को तत्पर रहते हैं. जैसे ही हमें पता चला की म्यूजिक कंपोजर और हमारे दोस्त वनराज भाटिया की सेहत ठीक नहीं है, हमने तुरंत उनकी मदद करने का फैसला लिया. हम लॉन्ग टर्म प्लान्स की तरफ रुख कर रहे हैं जिससे IPRS मेंबर्स की उचित मदद की जा सके. भारत के ऑथर्स और कंपोजर्स को IPRS में अपने वर्क रजिस्टर करने चाहिए ताकि जरूरत के समय उन्हें उनका हक मिल सके.''
सीईओ राकेश निगम ने कहा- ''कलाकारों को उनका हक मिलना चाहिए. वनराज भाटिया जी के लिए जो कुछ भी किया गया वो उनका राइट था. हमें खुशी है कि हम इस मुश्किल वक्त में उनकी मदद कर पाए. हम उनके अच्छे स्वास्थ की कामना करते हैं.''
म्यूजिक कंपोजर वनराज भाटिया की बात करें तो उन्होंने कलयुग, मंडी, मंथन, तमस, अजूबा और ध्रोह काल जैसी फिल्मों में संगीत दिया है. उन्होंने श्याम बेनेगल की कई सारी फिल्मों में संगीत दिया. साल 1988 में तमस फिल्म में संगीत देने के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड भी मिल चुका है. इसके अलावा साल 2012 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मश्री से भी सम्मानित किया है.