बॉलीवुड के सीनियर कलाकारों की बात करें तो ऐसी कम ही एक्ट्रेसेज हुई हैं जिन्हें मां या दादी के किरदार में जोहरा सहगल जितना प्यार दर्शकों ने दिया हो. जोहरा उन गिनी चुनी अदाकाराओं में से थीं जो उम्र के आखिरी पड़ाव तक काम करती रहीं. 27 अप्रैल 1912 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जन्मीं जोहरा ने साल 2014 में 10 जुलाई के दिन ही इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. उनकी पुण्यतिथि पर चलिए जानते हैं बॉलीवुड की सबसे पसंदीदा दादी की लव स्टोरी.
जोहरा बचपन से ही विद्रोही मिजाज की थीं. वह बचपन से ही टॉमबॉय की तरह रहती थीं. उन्हें लड़कियों की तरह गुड्डे गुड़ियों से खेलने का शौक नहीं था बल्कि पेड़ पर चढ़ना और बाहर खेलना पसंद था.
बचपन में एक बार उन्होंने उदय शंकर को डांस परफॉर्म करते हुए देखा था. यही उनकी जिंदगी का टर्निंग प्वॉइंट था.
जोहरा का असली नाम साहिबजादी जोहरा मुमताजुल्लाह खान बेगम था. लेकिन शादी के बाद उनका नाम जोहरा सहगल हो गया. ग्रेजुएशन करने के बाद जोहरा ने उदय शंकर के डांस ग्रुप में हिस्सा लिया.
उन्होंने 1935 में उदर शंकर के डांस ग्रुप के साथ जापान में पहला डांस परफॉर्म किया था और यहीं उनकी मुलाकात हुई कामेश्वर सहगल से. दोनों की दोस्ती हुई जो कि धीरे-धीरे प्यार में बदल गई.
उम्र में कामेश्वर जोहरा से आठ साल छोटे थे, लेकिन उनके प्यार ने उम्र की कोई सीमा नहीं देखी. पहले तो जोहरा के परिवार ने उनकी शादी के लिए साफ मना कर दिया पर बाद में वे मान गए.
उनकी शादी 14 अगस्त 1942 को इलाहाबाद में हुई. कामेश्वर और जोहरा के दो बच्चे किरण और पवन सहगल हैं.
बता दें, स्वतंत्रता से पहले इलाहाबाद वो जगह थी जहां कोई हिंदू किसी मुस्लिम से बिना धर्म परिवर्तन किए शादी कर सकता था.
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