21 दिनों के लॉकडाउन के बीच भारत सरकार ने घोषणा की है कि 80 और 90 के दशक में बेहद लोकप्रिय हुए सीरियल रामायण को एक बार फिर दिखाया जाएगा. दूरदर्शन के नेशनल चैनल पर 28 मार्च से इस शो के रोज दो एपिसोड्स दिखाए जाएंगे. एक एपिसोड सुबह 9 बजे और दूसरा एपिसोड रात को 9 बजे दिखाया जाएगा. हालांकि सिर्फ रामायण ही नहीं बल्कि उस दौर के कई ऐसे सीरियल्स हैं जो लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे और आज भी लोग इन शोज को याद करते हैं. जानते हैं ऐसे ही कुछ सीरियल्स के बारे में
ऑफिस ऑफिस
सरकारी ऑफिसों में फैले करप्शन को हल्के-फुल्के अंदाज में प्रसारित करता ऑफिस ऑफिस कई लोगों के लिए उस दौर में समय काटने का बेहतरीन जरिया था. सरकारी दफ्तरों में चक्कर काटते आम आदमी के तौर पर शाहिद कपूर के पिता और लेजेंडरी एक्टर पंकज कपूर दिखाई दिए थे. अपने तीखे कंटेंट, शानदार डायलॉग्स और कसे हुए स्क्रीनप्ले के चलते इस शो को क्लासिक कॉमेडी शो के तौर पर शुमार किया जाता है.
चंद्रकांता
सोनू निगम की आवाज में गाया इस शो का टाइटल ट्रैक आज भी फैंस के बीच खासा लोकप्रिय है. हर रविवार दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले इस शो में चंद्रकाता की लव स्टोरी को दिखाया गया था और शो में विलेन के तौर पर यक्कू के किरदार में अखिलेंद्र मिश्रा ने काफी चर्चा हासिल की थी.
मालगुडी डेज
1986 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुए इस शो में मालगुडी के छोटे से गांव को दिखाया गया था. इस शो के 54 एपिसोड्स थे जिन्हें मशहूर लेखक आर. के नारायण की शॉर्ट स्टोरीज पर बनाया गया था. इस शो को कन्नड़ एक्टर और डायरेक्टर शंकर ने बनाया था. 80 के दौर में पैदा हुए बच्चों को आज भी ये शो पुरानी यादों में ले जाता है. अपने सिंपल लेकिन प्रभावशाली कथानक के चलते ये एक क्लासिक शो में शुमार है और इस शो को आईएमडीबी पर भी 9.5 रेटिंग्स मिली हैं.
शांति
डीडी नेशनल पर साल 1994 पर प्रसारित होने वाले इस शो के सहारे मंदिरा बेदी ने काफी लोकप्रियता हासिल की थी. इस शो में बॉलीवुड प्रोडक्शन हाउस के दो दोस्तों की कहानी को दिखाया गया था जिनकी जिंदगी के डार्क सीक्रेट्स शो में दिखाए गए थे.
रामायण
साल 1987 में प्रसारित हुए रामायण को रामानंद सागर ने बनाया था. ये वो दौर था जब भारत में टीवी का दौर दस्तक दे रहा था और इस शो ने उस दौर में लोकप्रियता के सभी रिकॉर्ड्स तोड़ दिए थे. रामायण जब प्रसारित होता था तो सड़कें सूनी पड़ जाती थीं. रामायण के कलाकार को भी कई लोग भगवान समझकर पैर छूने लगते थे. इस शो की लोकप्रियता का ही आलम है कि भारत सरकार ने 32 सालों बाद लॉकडाउन के लिए इस शो का दोबारा प्रसारण कराने की अनुमति दी है.
श्रीमान श्रीमती
दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले इस कॉमेडी सीरियल के सहारे अर्चना पूरन सिंह ने काफी लोकप्रियता हासिल की थी. दो कपल की लाइफ पर फोकस करते इस शो में रीमा लग्गू, अर्तना पूरन सिंह, जतिन और राकेश बेदी ने मुख्य भूमिका निभाई थी. इस शो को जतिन और रीमा के करियर के सबसे महत्वपूर्ण रोल्स में शुमार किया जाता है. दुर्भाग्य से दोनों ही सितारे आज हमारे बीच नहीं है.
देख भाई देख
इस फैमिली कॉमेडी को भी 90 के दशक के सबसे लोकप्रिय शो में शुमार किया जाता है. इस शो के सहारे शेखर सुमन ने काफी लोकप्रियता पाई थी. इस शो में मुंबई में रहने वाला एक भरा-पूरा परिवार कैसे चीजों को हैंडल करता है और इस बीच कैसे फनी परिस्थितयां पैदा होती हैं, शो में यही देखने को मिलता है.
द जंगल बुक
मशहूर लेखक रुडयार्ड किपलिंग की कहानियों पर आधारित द जंगल बुक भारत में दूरदर्शन पर 1989 में प्रसारित हुआ था. महज 52 एपिसोड्स वाले इस शो को देश में हैरतअंगेज सफलता हासिल हुई थी. दि जंगल बुक एक जापानी एनिमेशन था जो कई देशों और भाषाओं में डब किया गया था. जंगल में भेड़ियों के बीच पैदा हुआ एक बच्चा कैसे जंगल में शेरखान के दबदबे के बीच बड़ा होता है, यही इस सीरियल की कहानी थी. इस शो के टाइटल ट्रैक 'जंगल जंगल बात चली है' बच्चों के बीच फेमस था जिसे गुलजार ने लिखा था.
हम पांच
आनंद माथुर अपनी पांच बेटियों और पत्नी के साथ रहते हैं. इसके अलावा उनकी पहली पत्नी की मौत हो चुकी है और आनंद अपनी पहली पत्नी की तस्वीर के सहारे उससे बातें करते हैं. एकता कपूर द्वारा निर्मित ये कॉमेडी फैमिली ड्रामा जबरदस्त हिट हुआ था और इस शो के बाद ही एकता कपूर ने अपने सास बहू सीरियल्स के कॉन्सेप्ट पर भी काम करना शुरु कर दिया था. इस शो के बाद विद्या बालन भी काफी चर्चा में आई थीं और उन्होंने फिल्मों की तरफ रुख करते हुए अभिनय की सफल पारी भी खेली.
अलिफ लैला
डीडी नेशनल पर साल 1993 में प्रसारित हुए इस शो को रामानंद सागर ने लिखा था और आनंद सागर और प्रेम सागर ने डायरेक्ट किया था. बच्चों के बीच बेहद लोकप्रिय हुए इस शो में फंतासी कहानी को दिखाया गया था और ये अरेबियन नाइट्स पर बेस्ड था.
शक्तिमान
शक्तिमान को भारत का पहला सुपरहीरो माना जाता है. साल 1997 में दूरदर्शन पर प्रसारित हुए इस शो को लेकर लोगों में खासकर बच्चों में जबरदस्त क्रेज था. इस शो के एपिसोड के खत्म होने के बाद मुकेश खन्ना शक्तिमान बनकर बच्चों को अच्छी आदतें भी सिखाने की कोशिश करते हैं. सुपरमैन की तरह ही शक्तिमान का भी एक एल्टर ईगो था जिसका नाम गंगाधर था और वो 'आज की आवाज' नाम के अखबार में काम करता था. 8 सालों तक प्रसारित होने वाले इस सीरियल को दूरदर्शन के इतिहास के सबसे लोकप्रिय सीरियल में शुमार किया जाता है.