‘आंखों की गुस्ताखियां माफ हों...’ लगता है सलमान खान की फिल्म का ये गाना इसी लम्हे के लिए बनाया गया था.
सलमान भाई ये ‘आंखों ही आंखों में इशारा हो गया’ वाले अंदाज में क्या कर रहे हैं.
‘अंखियों के झरोखे से मैंने देखा जो सांवरे...’ लेकिन सल्लू भाई आप अंखियों के झरोखे से किधर देख रहे हैं.
‘ए आती क्या खंडाला’ सलमान भाई क्या इसी अंदाज में प्रियंका से बात कर रहे हैं.
सलमान भाई आपकी तो ‘आंखों में मस्ती शराब की’ झलकती है. चलिए बताएं कहां की तैयारी है.
बिग स्टार एंटरटेनमेंट अवॉर्ड 2014 की शाम प्रियंका चोपड़ा ने अपनी ब्लैक रिवीलिंग ड्रेस से पूरी शाम लूट ली.
आलिया भट्ट को भी प्रियंका चोपड़ा ने जरूर अवॉर्ड फंक्शन की सारी लाइमलाइट लूटने के टिप्स दिए होंगे.
क्यों आलिया ‘सीने में जलन आखों में तूफान सा क्यों है.’
‘जाने कैसे सपनों में खो गई हैं आंखें’ लौट आओ हसीन सपनों से आलिया.
‘आपकी आंखों में कुछ महके हुए से राज हैं’ प्रियंका, हमें भी बताएं वो राज.
प्रियंका चोपड़ा और आलिया भट्ट जिस अंदाज में एक-दूसरे को देख रही हैं, उसमें तो ‘अंखियां मिला के, जिया भरमा के’ गाना ही याद आता है.
दो बेहद खूबसूरत हसीनाएं साथ बैठी हों तो कोई भी कह उठेगा, ‘इन आंखों की मस्ती के, मस्ताने हजारों हैं.’
‘सीने में सुलगते हैं अरमान आंखों में उदासी छायी है’ निराश ना हों रितेश...
प्रियंका-मनीषा की गुफ्तगू तो ठीक है, लेकिन बैड मैन को तो देखें, ‘जाने क्या ढूंढती रहती हैं ये आंखें...’
जितेंद्र शायद प्रियंका चोपड़ा के लिए ‘गोरिया कहां तेरा देश रे...’ गा रहे हैं और प्रियंका के दिल की हालत ‘दय्या ये मैं कहां आ फंसी’ वाली लग रही है.
पूर्व विश्व सुंदरी और एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा के लिए तो कोई भी ‘आखों में हमने आपके, सपने सजाए हैं’ गाना गाने को तैयार हो जाएगा.
सल्लू भाई समझा रहे हैं ‘परदेसियों से ना अंखियां मिलाना’ तो अच्छे से समझ लो रितेश देशमुख.
क्या सल्लू भाई कार्यक्रम छोड़ कर जाने लगे... ये तो वही बात हुई जैसे ‘ना किसी की आंख का नूर हूं, ना किसी के दिल का करार हूं. लेकिन ऐसा है नहीं सलमान.
क्या सल्लू भाई प्रियंका चोपड़ा को छोड़कर उनकी मां का हाथ पकड़ रहे हैं. इरादा क्या है...
बिग स्टार एंटरटेनमेंट अवॉर्ड 2014 में प्रियंका चोपड़ा की मां मधु चोपड़ा के साथ बातचीत करते सलमान खान.