नेपाली दर्शकों के बीच राते काइला नाम से मशहूर एक्टर सुनील थापा बॉलीवुड का भी पॉपुलर चेहरा रह चुके हैं. उन्होंने बॉलीवुड से ही अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी. सुनील थापा दिग्गज अभिनेता देव आनंद की खोज थे. देव आनंद ने ही उन्हें हिंदी सिनेमा में काम करने का पहला मौका दिया था. फिर 1981 में सुनील थापा ने कमल हासन, रति अग्निहोत्री संग फिल्म एक दूजे के लिए से डेब्यू किया. इसके बाद उन्हें कई और हिंदी फिल्मों के ऑफर्स मिले.
1982 में उन्होंने मशाल नाम की अपनी पहली नेपाली मूवी की. लेकिन इसमें उनके काम को ज्यादा नोटिस नहीं किया गया. फिर 7 साल बाद 'चिनो' ने नेपाली सिनेमा में कमाल कर दिया. इस फिल्म में सुनील थापा ने राते काइला नाम के विलेन का किरदार निभाया था. फिल्म नेपाली सिनेमा के इतिहास में सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्मों में शुमार है. चिनो को नेपाली सिनेमा का शोले भी कहा जाता है और सुनील थापा को गब्बर जैसा सबसे खतरनाक विलेन.
चिनो को लेकर सुनील ने इंटरव्यू में बताया था कि जब वे इस फिल्म की शूटिंग कर रहे थे तब उनके बेटे का जन्म हुआ था. लेकिन उन्हें अपने काम को पूरा करना था इसलिए शूटिंग पूरी करने के 40 दिन बाद उन्होंने अपने बेटे का चेहरा देखा.
सुनील थापा के पिता इंडियन नेवी में फौजी के पद पर कार्यरत थे. यही वजह रही कि नेपाल से होने के बावजूद सुनील ने भारत में अपना काफी समय बिताया. एक्टर बनने से पहले सुनील फुटबॉल में खास रुचि रखते थे. साइड में वे फोटोग्राफी भी किया करते थे.
उन्होंने कलकत्ता के जूनियर स्टेट्समैन मैगजीन में बतौर फोटो जर्नलिस्ट ज्वॉइन किया और 1974 के भूटान कोरोनेशन को भी कवर किया. नेशनल जियोग्राफिक पर उनकी दो तस्वीरों को जगह भी मिली. इसी दौरान उन्हें देव आनंद ने देखा और फिल्मों में काम करने का ऑफर किया. बस फिर फिल्मी करियर में सुनील थापा की एंट्री हो गई.
नेपाली मूवीज में सुनील की पहचान अपने निगेटिव किरदार की वजह से ज्यादा है. वहीं हिंदी फिल्मों में वे साइड रोल्स में कई बार नजर आए. उन्होंने नेपाली, हिंदी के अलावा तमिल और भोजपुरी फिल्मों में भी काम किया है.
बॉलीवुड में सुनील को पिछली बार 2014 में मैरी कॉम फिल्म में देखा गया था. इसमें उन्होंने प्रियंका चोपड़ा के ट्रेनर का किरदार निभाया था. सख्त और प्रेरणादायक ट्रेनर के तौर पर उनकी खूब वाहवाही हुई. एक इंटरव्यू में सुनील थापा ने बताया था कि यह रोल पहले अमिताभ बच्चन और डैनी को ऑफर किया गया था, लेकिन जब बात नहीं बनी तो उन्हें इसके लिए अप्रोच किया गया.
मैरी कॉम में लीड रोल में प्रियंका चोपड़ा के होने के बावजूद सुनील थापा को इग्नोर नहीं किया जा सकता. पूरी फिल्म में इनकी एक्टिंग ने दर्शकों को पूरा एंटरटेन किया था. इस फिल्म के बाद, सुनील को भारतीय दर्शकों के बीच जाना जाने लगा. मैरी कॉम के लिए सुनील थापा को फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर इन सपोर्टिंग रोल का अवॉर्ड मिला था.
63 वर्ष की उम्र में सुनील थापा आज भी फिल्मों से जुड़े हुए हैं. उनकी पिछली रिलीज फिल्मों में कई भोजपुरी फिल्में हैं. इसके अलावा 2019 से डियर जिंदगी नाम के नेपाली सीरियल में भी वे नजर आए हैं.
आज भी वे फिल्मों में सक्रिय हैं लेकिन वे इसके अलावा खुद की फिल्म एकेडमी भी चलाते हैं. इसका नाम हे एवरेस्ट फिल्म एकेडमी. सुनील का कहना है कि इस एकेडमी में वे युवाओं को सिर्फ अभिनय की सीख ही नहीं बल्कि अनुशासन और वक्त की इज्जत करना भी सिखाते हैं.
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