अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन हाउस क्लीन स्लेट फिल्म्स में की फिल्म बुलबुल 24 जून को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है. फिल्म की कहानी उस इंसान के बारे में है जो सालों बाद अपने भाई की बालिका वधू के बारे में पता करने गांव लौटता है. अनुष्का इससे पहले परी और फिल्लौरी जैसे कई प्रोजेक्ट्स से जुड़ चुकी हैं जिनमें भूतनी, डायन या चुडै़ल का कॉन्सेप्ट रहा है.
लेकिन पहली बार वह बालिका वधू वाले कॉन्सेप्ट पर कोई फिल्म लाई हैं. हालांकि ये कॉन्सेप्ट पूरी तरह से नया भी नहीं है क्योंकि इससे पहले तमाम टीवी शोज और फिल्मों के लिए बालिका वधू वाले प्लॉट पर कहानियां लिखी गई हैं, और इन्हें पब्लिक का अच्छा रिस्पॉन्स भी मिला है. तो चलिए आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ टीवी शोज और फिल्मों के बारे में.
साल 2008 में कलर्स टीवी पर शुरू हुआ चर्चित टीवी शो बालिका वधू काफी लोकप्रिय हुआ था. इस शो की कहानी का प्लॉट भी एक ऐसी लड़की की कहानी पर लिखा गया था जिसकी बचपन में ही शादी कर दी जाती है. उसे जिम्मेदारियों में तो बांध दिया गया है लेकिन दिल से अभी भी वो बच्ची ही है. अविका अब बड़ी हो गई हैं और उनका लुक पहले से काफी बदल चुका है.
इसी साल कलर्स टीवी पर शुरू हुआ टीवी शो बैरिस्टर बाबू बहुत लोकप्रिय हुआ था. इस शो की कहानी एक ऐसी लड़की के बारे में है जो पहले तो बाल विवाह से बचती है और उसके बाद अपने अधिकारों के लिए लड़ना सीखने के लिए बैरिस्टर बनने की तैयारी करती है.
साल 1975 में रिलीज हुई फिल्म खुशबू में जीतेंद्र और हेमा मालिनी ने अहम भूमिकाएं निभाई थीं. इस फिल्म की कहानी भी बाल विवाह के प्लॉट पर थी. फिल्म की कहानी कुसुम और बृंदावन नाम की दो लड़कियों के बारे में थी जिनका बाल विवाह करा दिया जाता है लेकिन बाद में वे परिवारों के साथ मतभेद के चलते अलग हो जाती हैं.
जॉन अब्राहम और लीजा रे स्टारर ये फिल्म एक बालिका वधू की कहानी थी जिसके पति की अकाल मौत हो जाती है और इसके बाद वह एक आश्रम में अपने पापों का प्रायश्चित करने के लिए रहने लगती है.
बात करें फिल्म बुलबुल की तो इसकी कहानी भी बाल विवाह के प्लॉट के इर्द गिर्द ही घूमती है लेकिन कहानी को थोड़ा हॉरर और थ्रिलर टच भी दिया गया है. देखना होगा कि फिल्म पर दर्शकों का रिएक्शन कैसा रहता है.