बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद देशभर में चिंता का माहौल है. 77 वर्षीय अमिताभ ने खुद अपने कोरोना पॉजिटिव होने की खबर ट्वीट करके दी थी. उनके बेटे अभिषेक बच्चन भी कोरोना पॉजिटिव हैं. कोरोना वायरस से बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा खतरा हैं. इसी के चलते देशभर के लोग और सेलेब्स अमिताभ बच्चन के जल्द ठीक होने की दुआ कर रहे हैं. लेकिन ये पहली बार नहीं है जब अमिताभ बच्चन अस्पताल में एडमिट हुए हैं और फैंस के माथे पर परेशानी की सिलवटें देखने को मिल रही हैं.
अमिताभ को कोरोना वायरस होने से देशभर में हड़कंप मचा हुआ है. लेकिन इसके अलावा अमिताभ कई बार बीमार हुए हैं. लेकिन शहंशाह ने हर बार बीमारी को मात दी है.
अमिताभ अब तक तमाम तरह की बीमारियों से लड़ चुके हैं. साथ ही उनका प्रोफेशन उनके लिए सफलता के साथ-साथ कई चोटों को भी साथ लाया. उन्हें ट्यूबरक्युलोसिस, हेपेटाइटिस बी जैसी बीमारियां का सामना करना पड़ा है. 70 और 80 के दशक में स्टंट करने की वजह से लगी चोट के कारण उन्हें आगे चलकर गले और कंधे में दर्द की शिकायत भी हुई.
1982 में आई फिल्म 'कुली' के सेट पर अमिताभ बच्चन के साथ जो हादसा हुआ, वह तो जगजाहिर है. एक फाइट सीक्वंस के दौरान उनके पेट पर इतनी तेज चोट लगी कि उनकी सेहत गंभीर हो गई. पूरे देश से उनके लिए दुआएं की जाने लगीं. बच्चन उस वक्त तो ठीक होकर घर चले आए लेकिन इससे जुड़ी दिक्कतें आज भी उनके लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं.
अमिताभ ने साल 2015 में सबको यह कहकर चौंका दिया था कि आज वह सिर्फ 25 पर्सेंट लिवर के साथ जी रहे हैं. उन्होंने खुद बताया था कि जब 'कुली' के सेट पर हादसा हुआ तो अस्पताल में उन्हें 60 बोतल खून चढ़ाया गया था. एक ब्लड डोनर ऐसा था जो हेपेटाइटिस बी से जूझ रहा था और उसका खून भी उनके शरीर में चला गया. हेपेटाइटिस बी के कारण बाकी 75 पर्सेंट लिवर उन्होंने गंवा दिया था. इसका कारण CIrrhosis था. अमिताभ लिवर से जुड़ी दवाईयां आज भी खाते हैं.
अमिताभ को साल 1984 में पता चला कि वह न्यूरोमस्क्युलर बीमारी Myasthenia Gravis से भी जूझ रहे हैं. इसमें शख्स को कमजोरी लगती है और तेजी से थकान हो जाती है. यह लाइलाज बीमारी है लेकिन ट्रीटमेंट से इसके लक्षण कम होने की संभावना रहती है.
अमिताभ ने रीढ़ की हड्डी के ट्यूबरक्युलोसिस से भी लड़ाई लड़ी. ये उस समय की बात है जब वह अपना करियर दोबारा बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे. साल 2000 में जब अमिताभ गेम शो कौन बनेगा करोड़पति की शूटिंग कर रहे थे तब उन्हें अपने टीबी के बारे में पता चला था. इसका इलाज काफी मुश्किल था जो करीब एक साल तक चला. यह वो समय था जब बिग बी एक दिन में 8 से 10 पेन किलर्स खाते थे ताकि शो की एंकरिंग कर सकें.
इन सभी के अलावा अमिताभ बच्चन ने कौन बनेगा करोड़पति 11 के समय मजाक-मजाक में एक कंटेस्टेंट से बात करते हुए बताया था कि कैसे बढ़ती उम्र के कारण अब वे बातों को और चीजों को जल्दी भूल जाते हैं. साथ ही उन्होंने बताया था कि अब उनके हाथों में पहले की तरह जान नहीं रही. KBC 11 के ही दौरान उन्हें गले में इन्फेक्शन भी हुआ था, जिसकी वजह से उनकी आवाज खराब हो गई थी. इसका इलाज भी काफी लंबा चला था.
कोरोना वायरस से संक्रमित होने से पहले भी एक बार अमिताभ बच्चन की तबीयत बिगड़ी थी. ये ब्रह्मास्त्र की शूटिंग के समय की बात है. साल की शुरुआत में उनकी तबीयत खराब होने के बाद अमिताभ को घर पर बेड रेस्ट करने को कहा गया था. अमिताभ मनाली में शूटिंग करने के लिए गए थे. वहां से वापस आने के बाद उन्होंने अपने ब्लॉग के जरिए बताया था कि कैसे उनका शरीर उन्हें इशारे दे रहा है कि अब उन्हें रिटायर हो जाना चाहिए.
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