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Film wrap: हाई कोर्ट ने 'आदिपुरुष' मेकर्स को लगाई लताड़, क्यों फिल्म का नाम है 72 हूरें?

फिल्म रैप में जानिए कि बुधवार को एंटरटेनमेंट की दुनिया में क्या खास हुआ. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा- 'रामायण' के कितने किरदार हैं, जिनकी पूजा की जाती है. उनको फिल्म में किस तरह से दिखाया गया है?

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आदिपुरुष
आदिपुरुष

फिल्म रैप में जानिए कि बुधवार को एंटरटेनमेंट की दुनिया में क्या खास हुआ. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा- यह लगातार हो रहा है, कुछ न कुछ लगातार ऐसा किया जा रहा है, जिससे सामाजिक सामंजस्य खराब हो. प्रोड्यूसर को कोर्ट में पेश होना होगा, यहां मजाक नहीं चल रहा है. इसके अलावा 72 हूरें....72 हूरें....हर जगह बस इसी नाम की चर्चा हो रही है. जब से फिल्म का अनाउंसमेंट हुआ है, हर कोई विवादों की ही चर्चा कर रहा है. 

72 हूरें: फिल्म को मंजूरी, ट्रेलर रिजेक्ट, ऐसा क्या था जिसे देखकर सेंसर को हुई आपत्ति?
सेंसर बोर्ड की मर्जी के खिलाफ जाकर 72 हूरें फिल्म के ट्रेलर को डिजीटल रिलीज किया गया है. लास्ट मिनट पर सेंसर बोर्ड के इस फैसले से फिल्म मेकर अशोक पंडित का गुस्सा भड़क गया है. उन्होंने कहा- जो सीन फिल्म में आपत्तिजनक नहीं है, वो ट्रेलर में कैसे हो गए. ये क्या मजाक है. इसी के साथ उन्होंने बताया कि ट्रेलर के कौन से सीन को हटाने के लिए कहा गया है. 

'आज चुप रहे तो ये सब बढ़ेगा...', हाई कोर्ट ने 'आदिपुरुष' मेकर्स को लगाई लताड़
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा- 'रामायण' के कितने किरदार हैं, जिनकी पूजा की जाती है. उनको फिल्म में किस तरह से दिखाया गया है? फिल्म 16 जून को रिलीज हुई थी. अब तक कुछ नहीं हुआ तो तीन दिन में क्या होगा, लेकिन हम फिर भी छुट्टी में इसको सुन रहे हैं.

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आदिपुरुष के डायलॉग से फिल्म के 'कुंभकर्ण' भी हुए आहत, बोले- मुझे भी बुरा लगा
'आदिपुरुष' में रावण के भाई 'कुंभकर्ण' का रोल 6 फीट 10 इंच लंबे एक्टर लवी पजनी ने निभाया है. 'आदिपुरुष' के डायलॉग्स और सीन्स को लेकर जब हर तरफ  कंट्रोवर्सी हुई, तो 'कुंभकर्ण' भी अपनी बात कहे बिना नहीं रह पाए. लवी पजनी ने कहा है कि उन्हें फिल्म के डायलॉग्स से ठेस पहुंची है. 

क्यों फिल्म का नाम है 72 हूरें? फिल्म मेकर अशोक पंडित ने बताई वजह
ट्रेलर की शुरुआत में ही आपने दो कैरेक्टर्स को लालची लहजे में बात करते देखा होगा- 72 हूरें.... वहीं कई इस्लामिक एक्सपर्ट को कहते सुना होगा कि मौत के बाद जन्नत मिलेगी और वहां 72 हूरें तुम्हारा स्वागत करेंगी. मेकर्स फिल्म के जरिए इस मसले को गंभीरता से दिखाने का दावा करते हैं. लेकिन इसका मतलब क्या है, आइये बताते हैं.

72 हूरें: सेंसर बोर्ड का सर्टिफिकेट देने से इनकार, मेकर्स ने डिजिटल रिलीज किया ट्रेलर, यहां देखें 
फिल्म का ट्रेलर आतंकवाद की काली दुनिया के सच को उजागर करता दिखा. ट्रेलर के मुताबिक, आतंकवादी पहले लोगों का ब्रेनवॉश करते हैं. इसके बाद वो उन्हें मासूमों लोगों की जान लेने पर मजबूर करते हैं. आतंकवादियों का मानना है कि जो इंसान अपनी जान कुर्बान करके लोगों की जिंदगी तबाह करता है, खुदा उन्हें जन्नत में पनाह देते हैं. 

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