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स्वरा भास्कर को हुआ हर मुद्दे पर ओपिनियन देने का नुकसान, पति ने कहा 'अब तुम चुप होकर फिल्में करो'

स्वरा ने कहा कि वो विक्टिम कार्ड नहीं खेलना चाहतीं, क्योंकि उन्होंने अपना ओपिनियन जाहिर करते रहने की राह अपनी मर्जी से चुनी थी. उन्होंने कहा कि वो चाहतीं तो चुप रह सकती थीं. मगर उन्होंने चीजों पर बोलना जारी रखा और इससे उन्हें नुक्सान हुआ.

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स्वरा भास्कर
स्वरा भास्कर

'रांझणा', 'निल बटे सन्नाटा' और 'अनारकली ऑफ आरा' जैसी फिल्मों में एक्ट्रेस स्वरा भास्कर के काम को खूब सराहा गया था. 'तनु वेड्स मनु' सीरीज में भी लोगों को उनका काम बहुत पसंद आया. मगर सॉलिड एक्टिंग टैलेंट होने के बावजूद स्वरा पिछले कुछ समय में बहुत कम मेनस्ट्रीम प्रोजेक्ट्स में नजर आई हैं. 

फिल्मों से इतर भी राजनीति-समाज पर अपनी राय बेबाक होकर रखने वालीं स्वरा ने कहा है कि अपने ओपिनियन खुलकर रखने की वजह से उन्हें काम नहीं मिल रहा. स्वरा ने बताया कि उनके पति ने उन्हें कहा है कि उन्हें अब चुप रहकर बस अपना काम करना चाहिए. 

'बुरी इमेज बना देते हैं डायरेक्टर-प्रोड्यूसर'
कनेक्ट सिने से बात करते हुए स्वरा ने बताया, 'मुझे एक कंट्रोवर्शियल एक्टर का टैग दे दिया गया है. डायरेक्टर्स, प्रोड्यूसर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स आपके बारे में खराब बोलने लगते हैं. आपकी एक इमेज बन जाती है. ऐसा नहीं है कि मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता, लेकिन मैं किसी तरह टिकी हुई हूं. मगर मुझे इस बात का बहुत बुरा लगता है कि मुझे वो कम भरपूर करने को नहीं मिल रहा, जो मुझे सबसे ज्यादा पसंद है- एक्टिंग.' 

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स्वरा ने आगे कहा, 'आप कह सकते हैं कि 'मैं जंग में गोली खा लूंगा.' लेकिन जब सच में खाते हैं तो दर्द होता है. तो मेरी ओपिनियन्स ने मुझे नुकसान तो पहुंचाया है. मेरी बेटी राबिया के पैदा होने से पहले एक्टिंग मेरा सबसे बड़ा पैशन और सबसे बड़ा प्यार रहा है. मुझे एक्टिंग और प्रैक्टिस से बहुत प्यार था. मुझे बहुत सारे रोल और प्रोजेक्ट्स करने थे. मुझे उतने मौके नहीं मिले जितने मुझे चाहिए थे.' स्वरा ने कहा कि बहुत काम न मिलने की एक इमोशनल और फाइनेंशियल कीमत चुकानी भी पड़ती है. उन्हें अपनी रेपुटेशन हो लेकर एंग्जायटी होने लगी है. 

पति ने कहा 'अब चुप रहो और बस अपना काम करो'
स्वरा ने कहा कि वो विक्टिम कार्ड नहीं खेलना चाहतीं, क्योंकि उन्होंने अपना ओपिनियन जाहिर करते रहने की राह अपनी मर्जी से चुनी थी. उन्होंने कहा कि वो चाहतीं तो चुप रह सकती थीं और उन्हें 'पद्मावत' के जौहर वाले सीन को लेकर ओपन लेटर लिखने की कोई जरूरत नहीं थी. उन्होंने कहा, 'आप मेरे से कई शिकायतें कर सकते हैं. आप मुझे पसंद उया नापसंद कर सकते हैं. मुझे लगता है कि जो लोग मुझसे नफरत करते हैं वो भी ये नहीं कह सकते कि ये झूठी है या फेक है.'  

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स्वरा ने बताया कि उनकी पिछली फिल्म 'जहां चार यार' की स्क्रीनिंग के बाद, उनके पति फहाद अहमद, ने उनसे कहा कि उन्हें अपने ओपिनियन्स एक्सप्रेस करना बंद कर देना चाहिए ताकि उन्हेंएक एक्टर के तौर पर अच्छी फिल्में मिलें. 

स्वरा ने आगे कहा, 'वो फिल्म बहुत ज्यादा चली नहीं थी पर मैंने बहुत मेहनत की थी क्योंकि वो किसी भी तरह बिल्कुल मेरे जैसा किरदार नहीं था. स्क्रीनिंग के बाद वो (फहाद) मेरे पास आए और बोले- 'तुमने सच में बहुत बड़ी कुर्बानी दी है मानना पड़ेगा. तुम इतनी अच्छी एक्ट्रेस हो तुम्हें और कहीं काम करना चाहिए था. अब तुम चुप हो जाओ और फिल्में करो.' स्वरा ने बताया कि जब उनके पति ने उनसे ये बात कही तो उन्हें लगा कि वो सच में उन्हें समझते हैं.' 

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