'ओम शांति ओम' में शाहरुख खान के साथ सपोर्टिंग रोल कर चुके श्रेयस तलपड़े ने बताया कि उन्होंने बॉलीवुड के बादशाह से बहुत कुछ सीखा है. शाहरुख के डबल रोल वाली इस फिल्म में भी अपने काम से खूब तारीफें पाने वाले श्रेयस ने कहा कि उन्होंने 'ओम शांति ओम' में काम करने का फैसला ही सिर्फ इसलिए लिया कि शाहरुख खान और डायरेक्टर फराह खान के साथ काम कर सकें.
उन्होंने बताया कि इस फिल्म पर काम करते हुए उन्होंने शाहरुख से बहुत कुछ सीखा. श्रेयस ने शाहरुख में मार्केटिंग ब्रेन को याद करते हुए बताया कि वो कैसे 'ओम शांति ओम' को साल की सबसे बड़ी फिल्म बनाने पर मेहनत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि शाहरुख हमेशा नए आईडिया दे रहे थे और ऑड टाइम पर भी फिल्म प्रमोट करने के लिए तैयार रहते थे.
शाहरुख से सीखने लायक है फिल्म प्रमोशन
श्रेयस ने सिद्धार्थ कन्नन के साथ बातचीत में बताया कि शाहरुख दिन-रात, ऑड टाइम पर भी फिल्म प्रमोट कर रहे थे. उन्होंने कहा, 'जिस तरह उन्होंने फिल्म प्रमोट की वो मेरे लिए सीखने का बहुत बड़ा अनुभव था.'
अपनी बात समझाने के लिए श्रेयस ने एक घटना का जिक्र भी किया. उन्होंने बताया, 'हम लंदन में एक होटल के वाशरूम में साथ बैठे थे. दीपिका (पादुकोण) बाहर इंटरव्यू दे रही थीं. उन्होंने कहा- 'तुम और मैं रेड कार्पेट पर डांस करेंगे और ज्यादा से ज्यादा लोगों को अट्रेक्ट करने की कोशिश करेंगे.' वो कभी भी अपने स्टारडम को ग्रांटेड नहीं लेते.' उनके प्रीमियर के लिए लोग तो यकीनन आएंगे ही, मगर वो आखिरी मिनट तक ज्यादा से ज्यादा लोगों को अट्रेक्ट करने के लिए फाइट कर रहे थे. प्रमोशंस के दौरान उन्होंने जो कुछ किया वो असाधारण था. वो पॉट पर बैठे थे, मैं टब पर बैठा था. हम दीपिका का इंटरव्यू खत्म होने का इंतजार कर रहे थे.'
रात में भी मार्केटिंग स्ट्रेटेजी बना रहे थे शाहरुख
श्रेयस ने बताया कि इससे पहले वाली रात भी जब वो प्रमोशन के लिए तैयार हो रहे थे तो उनके दरवाजे पर किसी ने दस्तक दी. उन्हें लगा कि रूम सर्विस वाले उनके लिए पानी की बोतल लेकर आए हैं. लेकिन उन्होंने गेट खोला तो सामने शाहरुख खड़े थे. वो बोले 'बाहर ही खड़ा रखेगा?' श्रेयस ने बताया कि शाहरुख उनके सामने अगले दिन की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का गेम प्लान लेकर आए थे. श्रेयस ने बताया, 'उनके पूरे चार्ट्स बना रखे थे, हमारे नाश्ते से लेकर हमारे प्रेस कांफ्रेंस के लिए निकलने तक. अपनी फिल्म के लिए शाहरुख ये काम लंदन में, रात को 11 बजे कर रहे थे. उनकी पीआर टीम में से कोई ये सब समझा सकता था, लेकिन ये काम उन्होंने खुद किया.'
श्रेयस ने आगे बताया कि शाहरुख एक एक्टर के तौर पर बिल्कुल भी इनसिक्योर नहीं हैं और वो कभी अच्छी पंचलाइन अपने कोएक्टर्स को देने में नहीं हिचकते. उन्होंने कहा कि शाहरुख को इस बात से कोई फर्क ही नहीं पड़ता कि आप उनके सामने सारी लाइमलाइट ले रहे हैं, या कुछ एक्स्ट्रा पंच मार रहे हैं.' उन्होंने ये भी बताया कि शाहरुख ने पहले दिन के शूट के बाद उनसे कहा था, 'लंबे वक्त बाद मुझे इतना मजा आया श्रेयस. मैंने घर जाकर गौरी को भी बताया कि मैंने तुम्हारे साथ कितना फन किया.'
बता दें, 'ओम शांति ओम' 2007 की सबसे बड़ी बॉलीवुड फिल्म तो थी ही. बल्कि उस वक्त तक वो बॉलीवुड की सबसे बड़ी हिट थी फराह खान की इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड 150 करोड़ रुपये का ग्रॉस कलेक्शन किया था.