scorecardresearch
 

'मरना है तो मर जाऊंगा लेकिन...', Sanjay Dutt ने कैंसर ट्रीटमेंट लेने से किया था मना, परिवार को टूटता देख बदला फैसला

बुधवार को संजय दत्त अपनी बहन प्रिया के साथ एक अस्पताल के इवेंट पर पहुंचे थे. वहां एक्टर ने अपनी कैंसर जर्नी पर बात की. संजय दत्त ने बताया कि पहले वे कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट नहीं लेना चाहते थे. उन्होंने सोचा अगर मरना होगा तो मर जाऊंगा. फिर परिवार की खातिर संजय ने ट्रीटमेंट लिया और कैंसर से जंग जीती.

Advertisement
X
संजय दत्त
संजय दत्त

बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त ने कैंसर को मात दी है. 2020 में उन्हें स्टेज 4 का लंग कैंसर हुआ था. दत्त परिवार को एक्टर को कैंसर होने की जानकारी मिलने पर बड़ा झटका लगा था. मगर इस मुश्किल वक्त ने संजय ने हिम्मत से काम लिया. खुद भी मजबूत रहे और परिवार की हिम्मत को भी नहीं टूटने दिया. लेकिन क्या आप जानते हैं शुरुआत में वे कैंसर ट्रीटमेंट लेने से कतरा रहे थे.

कैंसर जर्नी पर क्या बोले संजय दत्त?

बुधवार को संजय दत्त अपनी बहन प्रिया के साथ एक अस्पताल के इवेंट पर पहुंचे थे. वहां एक्टर ने अपनी कैंसर जर्नी पर बात की. अस्पताल में वे डॉक्टर भी मौजूद रहे जिन्होंने संजय का ट्रीटमेंट किया था. संजय दत्त से पूछा गया कि उन्होंने कैसे रिएक्ट किया जब उन्हें कैंसर की बात पता चली? एक्टर ने जवाब में कहा- मुझे कमर में दर्द था. मैं हॉट वॉटर बोतल से इसका ट्रीटमेंट कर रहा था, पेन किलर्स ले रहा था. फिर एक दिन मैं सांस नहीं ले पा रहा था. मुझे अस्पताल ले जाया गया लेकिन मुझे कैंसर होने की जानकारी पूरी तरह नहीं दी गई. मैं अस्पताल में पूरी तरह अकेला था.

कीमोथेरेपी नहीं लेना चाहते थे संजय दत्त

''मेरी पत्नी, फैमिली, बहनें, मेरे साथ उस वक्त कोई नहीं था. मैं अकेला था और अचानक एक शख्स ने आकर कहा तुम्हें कैंसर है. मेरी पत्नी दुबई में थी, इसलिए प्रिया मेरे पास आई. मेरे परिवार में कैंसर की हिस्ट्री रही है. मेरी मां को pancreatic कैंसर था. मेरी पत्नी रिचा शर्मा की मौत ब्रेन कैंसर से हुई थी. पहली चीज जो मैंने कही थी वो ये कि मुझे कीमोथेरेपी नहीं लेनी थी. अगर मुझे मरना है तो मैं मर जाऊंगा लेकिन कोई ट्रीटमेंट नहीं लूंगा.''

Advertisement

कैसे ट्रीटमेंट के लिए हुए राजी?

संजय दत्त ने बताया कि राकेश रोशन ने उन्हें कैंसर का डॉक्टर सुझाया था. उन्हें उस मुश्किल वक्त में स्ट्रॉन्ग रहना पड़ा. वो अपने परिवार की खातिर ट्रीटमेंट लेने को राजी हुए थे. वे कहते हैं- मैंने अपने परिवार को टूटते हुए देखा और एक रात मैंने फैसला किया अगर मैं बीमार पड़ा या टूटा तो वे भी बीमार होंगे और टूटेंगे. इसलिए मैंने इससे लड़ने का फैसला किया.


संजय ने खुलासा किया कि उन्होंने दुनिया से अपनी बीमारी को लेकर कुछ नहीं छिपाया था. कैंसर को लेकर कोई झूठ नहीं बोला. लोग इसे पब्लिक नहीं करना चाहते, लोगों को नहीं बताते, मगर उन्होंने करियर की परवाह किए बिना इस पर बोलना प्रिफर किया, ताकि वो कल को जरूरतमंद लोगों की मदद कर सकें.

संजय के वर्कफ्रंट की बात करें तो उनकी पिछली रिलीज शमशेरा थी. इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर असफलता मिली थी. संजय की कई फिल्में रिलीज होने वाली हैं. वे हिंदी इंडस्ट्री में ही नहीं बल्कि साउथ फिल्मों में भी काम कर रहे हैं. करियर के इस पड़ाव पर संजय दत्त एक्सपेरिमेंटल रोल्स करने से पीछ नहीं हट रहे. एक्टर को अलग अलग किरदारों में देख फैंस बेहद खुश हैं.


 

Advertisement
Advertisement