बॉलीवुड की लेजेंडरी एक्ट्रेस जया बच्चन कई आइकॉनिक फिल्मों का हिस्सा रह चुकी हैं. इंडस्ट्री में कई लोग उनकी कलाकारी के दीवाने हैं. मगर सोशल मीडिया पर जया बच्चन एक अलग कारण से ट्रेंड में रहती हैं. उन्हें कई बार पैप्स को फटकार लगाते देखा गया है. यूजर्स के बीच उनकी एक गुस्से वाली इमेज बन गई है.
पैप्स पर जया बच्चन का कमेंट वायरल
पैपराजी संग जया बच्चन की टकरार बहुत आम बात है. लोग उन्हें उनके बुरे बर्ताव को लेकर ट्रोल भी करते हैं. हाल ही में जया बच्चन एक इवेंट में पहुंची थीं, जहां उन्होंने पैप्स को लेकर बयान दिया, जो अब खूब वायरल हो रहा है. एक्ट्रेस ने पैप्स पर भड़कते हुए कहा था कि उनके मन में मीडिया के लिए बहुत इज्जत है. लेकिन उनका पैप्स संग कोई रिश्ता नहीं.
जया बोली थीं कि वो मीडिया की देन हैं क्योंकि उनके पिता भी एक पत्रकार थे. वो असली मीडिया को जानती हैं, इसलिए वो उनका बहुत सम्मान करती हैं. एक्ट्रेस ने आगे पैप्स के कपड़े पहनने के ढंग पर भी सवाल उठाए और उसी दौरान उन्हें चूहा भी कहा. जया ने अंत ये भी कहा था कि उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि लोग सोशल मीडिया पर उनके बारे में क्या सोचते हैं. अगर लोगों को वो नेगेटिव या गुस्सैल लगती हैं, तो वो उनकी राय है.
कौन थे जया बच्चन के पिता?
जया बच्चन के इस बयान से सोशल मीडिया पर हलचल सी मच गई. कई लोग उनके पिता के बारे में जानने की कोशिश करने लगे. जया बच्चन के पिता का नाम तरुणकुमार भादुरी था. मालूम हो कि अमिताभ बच्चन संग शादी से पहले एक्ट्रेस जया भादुरी नाम से जानी जाती थीं. उनके पिता तरुणकुमार भादुरी अपने वक्त के सबसे बड़े जर्नलिस्ट और राइटर थे, जो बंगाली और हिंदी भाषा में अपने ट्रैवल ब्लॉग्स और साहित्य में दिए योगदान के लिए फेमस थे.
जया बच्चन के पिता तरुण कुमार भादुरी की तीन बेटियां हुईं. जिसमें से एक जया एक्ट्रेस बनीं. बाकी दोनों बेटियां रीता और नीता ने अलग राह चुनी. एक्ट्रेस की कुछ दुर्लभ फैमिली फोटोज भी सोशल मीडिया पर मौजूद हैं, जिसमें हम उनके पिता को देख सकते हैं.
एक जर्नलिस्ट के अलावा जया बच्चन के पिता एक मशहूर थिएटर पर्सनैलिटी भी रह चुके हैं. उन्हें आर्टिस्टिक चीजों में बड़ी दिलचस्पी थी, जिससे जया बच्चन भी प्रेरित हुईं. तरुणकुमार भादुरी ने अपने जीवन में यूं तो कई किताबें लिखीं. लेकिन उनकी चंबल के डाकूओं पर लिखी किताब के चर्चे सबसे ज्यादा रहे. एक्ट्रेस के पिता भोपाल में एक मीडिया पोर्टल में बतौर चीफ जर्नलिस्ट के रूप में काम करते थे. उन्होंने बतौर रिपोर्टर चंबल के डाकूओं पर एक जबरदस्त रिपोर्ट भी तैयार की थी, जिसे आज भी याद रखा जाता है.