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दो बार फेल हुआ IVF, ढेरों तकलीफें झेलकर मां बनी थीं फराह खान, छलका दर्द

लगभग दो दशक बाद कोरियोग्राफर फराह खान ने अपनी IVF जर्नी पर खुलकर बात की है. फराह खान ने बताया कि कैसे तीसरे प्रयास में उन्हें ट्रिपलेट्स मिले थे. इससे पहले दो बार उनका IVF फेल हो गया था. इस सफर ने उन्हें शारीरिक और भावनात्मक रूप से परखा था.

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फराह के लिए मुश्किल था प्रेग्नेंसी का सफर (Photo: Yogen Shah)
फराह के लिए मुश्किल था प्रेग्नेंसी का सफर (Photo: Yogen Shah)

फराह खान ने 39 साल की उम्र में डायरेक्टर शिरीष कुंदर से शादी की थी. शिरीष, फराह से 8 साल छोटे हैं. शादी के कुछ साल बाद कपल ने अपना परिवार आगे बढ़ाने का फैसला किया था. लेकिन उन्हें उम्र और सामाजिक स्टिग्मा से जुड़ी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. अपनी 'बायोलॉजिकल क्लॉक' को देखते हुए फराह ने IVF का रास्ता चुना. उस समय इसपर खुलकर चर्चा करने की हिम्मत बहुत कम लोग करते थे. अब लगभग दो दशक बाद कोरियोग्राफर ने अपनी IVF जर्नी पर खुलकर बात की है. फराह खान ने बताया कि कैसे तीसरे प्रयास में उन्हें ट्रिपलेट्स मिले थे. इससे पहले दो बार उनका IVF फेल हो गया था. इस सफर ने उन्हें शारीरिक और भावनात्मक रूप से परखा था.

फेल हुआ था फराह का IVF

अपनी करीबी दोस्त सानिया मिर्जा के साथ 'सर्विंग इट अप विद सानिया' पर बात करते हुए फराह ने कहा, 'यह उस समय भी काफी आम था. लेकिन कोई बात नहीं करता था. सब यही दिखाते जैसे कोई सारस बच्चे को उनके पेट में गिरा गया हो. पता नहीं क्यों यह टैबू था. शायद मैं पहली सेलिब्रिटी थीं जिसने इसके बारे में खुलकर बात की, और उसके बाद मुझे पता चला कि कितने सारे IVF बेबीज असल में हैं. यह पूरी तरह कानूनी है. इसे टैबू क्यों बनाया जाए?'

अपनी प्रेग्नेंसी पर बात करते हुए फराह ने कहा, 'क्योंकि मैं ट्रिपलेट्स कैरी कर रही थी, सब कुछ तीन गुना ज्यादा इंटेंस था. मैं लगातार उल्टी करती थी, और मेरे शरीर पर रैशेज हो गए. पेट पर हर जगह रैशेज थे. मैं मुश्किल से सो पाती थी. किसी भी समय कोई न कोई बच्चा मेरे ब्लैडर पर दबाव डाल रहा होता था. मैं तो मानों वॉशरूम में रहती थी.'

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इमोशनल रूप से भी यह सफर उतना ही कठिन था. फराह ने कहा, 'मुझे रोज थाई या पेट पर इंजेक्शन लेने पड़ते थे. पहले दो बार जब यह काम नहीं किया, मैं दो दिन तक बिस्तर में रोती रही. मुझे एहसास ही नहीं हुआ था कि मैं कितनी बुरी तरह मां बनना चाहती हूं, जब तक यह फेल नहीं हुआ. मैं 42 की थी. फिल्म ओम शांति ओम की शूटिंग कर रही थी और हॉर्मोन्स से भरी हुई थी. यह सब मेरे लिए बहुत ज्यादा था.'

शाहरुख ने की थी फराह की मदद

फराह खान ने शाहरुख खान को उस दौर में अनजाने में मदद करने का श्रेय दिया. उन्होंने बताया, 'शाहरुख हर साल दो महीने का ब्रेक लेते थे परिवार के साथ घूमने के लिए. वह विंडो मेरा IVF कराने का समय बन गई. मुझे पता था कि तीसरा प्रयास ही आखिरी होगा. मेरे पास सिर्फ चार एग्स बचे थे.'

फराह के अनुसार, उनके पति शिरीष कुंदर उनकी अटूट ताकत के स्तंभ थे. कोरियोग्राफर ने कहा, 'मुझे हर दूसरे दिन डॉक्टर के पास जाना पड़ता था. एक बार भी उन्होंने डॉक्टर विजिट मिस नहीं की. उन्होंने हर चीज में मेरा ख्याल रखा. यहां तक कि जब मैं हिल नहीं पाती थी तो नहलाया और साफ किया. उन्होंने वह सब देखा जो शायद किसी पति को नहीं देखना चाहिए. जब IVF फेल हुआ तो उन्होंने कहा, ‘कोई बात नहीं, अगर बच्चे नहीं हुए तो भी. हम अभी खुश हैं, और खुश रहेंगे.’ लेकिन मुझे पता था कि वे बच्चे बहुत चाहते हैं. वे मुझसे आठ साल छोटे हैं और बच्चों के साथ सबसे ज्यादा समय बिताते हैं.'

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फराह ने सरोगेसी और IVF के बारे में खुलकर बात करने वाले सेलिब्रिटीज और इसे छिपाने वालों पर भी बात की. उन्होंने कहा, 'आमिर खान और शाहरुख खान दोनों ने सरोगेसी की मदद ली और इसपर खुलकर बात की. लेकिन अभी भी कुछ लोग हैं जो जिद करते हैं कि उनके जुड़वां बच्चे नेचुरल तरीके से हुए हैं. मैं बस कहती हूं- गॉड ब्लेस यू.'

अपने सीधे-सादे स्वभाव पर विचार करते हुए फराह खान ने कहा, 'कभी-कभी मैं लोगों को ठेस पहुंचा देती हूं क्योंकि मैं बहुत ईमानदार हूं. मैं अच्छे इरादे से सच बोलती हूं, लेकिन मैं सीख रही हूं कि हर कोई इसे सुनना नहीं चाहता.' फराह खान और शिरीष कुंदर ने 2008 में अपने ट्रिपलेट्स बच्चों- जार, डीवा और आन्या का स्वागत किया था. वे अगले साल 18 के हो जाएंगे.

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