scorecardresearch
 

जब 'रामयुग' में राम के रोल का मिला ऑफर, एक्टर दिगंत मनचले ने इस शख्स को सबसे पहले दी खबर

आजतक के साथ बातचीत में दिगंत मनचले ने बताया की जब उन्हें राम का किरदार निभाने का ऑफर मिला तो उन्होंने सबसे पहले ये खबर अपनी दादी को दी.

Advertisement
X
 वेब सीरीज रामयुग का एक सीन
वेब सीरीज रामयुग का एक सीन

साल 2006 में कन्नड़ फिल्म 'मिस कैलिफोर्निया' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाले दिगंत मनचले कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने अभिनेता हैं. साल 2015 में उन्होंने फिल्म 'वेडिंग पुलाव' से अपना बॉलीवुड डेब्यू किया और अब कुणाल कोहली के निर्देशन में बनी एमएक्स प्लेयर की वेब सीरीज़ 'रामयुग' में राम के किरदार से अपने डिजिटल डेब्यू कर लिया है. यह वेब सीरीज़ 6 मई को सभी दर्शकों के सामने आ चुकी है.

ड्रग्स केस में फंसे थे दिगंत

बता दें की साल 2020 में दिगंत मनचले और उनकी पत्नी ऐन्द्रिता रे को सैंडलवुड ड्रग्स केस में हिरासत में लिया गया था. जहां उन्होंने स्वीकार किया की उन्होंने ड्रग्स मनोरंजन के लिए बल्कि उनके बीते 5 सालों में उनके द्वारा किये गए दर्द और दुःख को भुलाने के लिए किया.फ़िलहाल 2021 में दिगंत हिंदी वेब सिरीज़ की दुनिया में कदम रख चुके हैं और कर रहे है एक नई शुरुआत ..

कैसे मिला भगवान राम का किरदार?

आजतक के साथ बातचीत में दिगंत मनचले ने बताया की जब उन्हें राम का किरदार निभाने का ऑफर मिला तो उन्होंने सबसे पहले ये खबर अपनी दादी को दी. उन्होंने कहा, "जब राम का किरदार मुझे मिला तो ये गुड न्यूज़ मैंने सबसे पहले अपनी दादी को दी, फिर अपने पापा और मां को बताया क्योंक‍ि जब मैं बच्चा था तो मेरी दादी मुझे रामायण की कहानी, महाभारत की कहानी और हनुमान जी की कहानियां सुनाया करती थीं. जब उन्हें पता चला की मैं राम का किरदार निभाने वाला हूं तो वो बहुत खुश हुई और मेरे मां-पापा भी बहुत खुश हुए. बचपन से ही राम और हनुमान मेरे लिए सुपर हीरो रहे हैं. राम का किरदार निभाना वो भी इतने बड़े प्रोजेक्ट में, ऊपरवाले से इससे ज़्यादा मैं और क्या मांगता''

Advertisement

राम बनने के लिए भाषा पर किया काम

साथ ही उन्होंने ये भी बताया की राम के किरदार को निभाने के लिए उन्होंने अपनीं भाषा पर बहुत काम किया है. उन्होंने कहा कि, "राम का किरदार निभाने के लिए बहुत प्रेशर और बहुत रिस्पांसिबिलिटी होती है. मेरी हिंदी इतनी अच्छी नहीं है लेकिन रामयुग वेब सीरीज में ना सिर्फ हिंदी बल्कि संस्कृत शब्द भी थे इसलिए सिर्फ मेरे लिए ही नहीं बल्कि बाकी जो कलाकार थे उनके लिए भी मुश्किल था. इस चक्कर में बहुत रिटेक्स भी हुए. पहला चैलेंज मेरे लिए यही था लाइन्स को अच्छे से याद करना क्यूंकि इसमें आप एक सिंगल शब्द भी बदल नहीं सकते, जैसा लिखा गया है वैसा ही बोलना है. बाकी फिल्मों के डायलॉग्स में थोड़ा बहुत बदलाव चलता है, उसमें बस कॉन्टेक्स्ट सेम होना चाहिए. ये रामायण है जिसमें हम कुछ बदल नहीं सकते. जैसा रामायण किताब में लिखा गया है वैसे ही हमने प्रेजेंट किया है."

शाहिद कपूर ने फैलाए अपने कपड़े, नाराज मीरा राजपूत ने पूछी ये बात

नए जमाने की रामायण होगी 'रामयुग'

इस वेब सीरीज़ में भूमिका निभाने वाले सभी पात्र नए अंदाज़ में नज़र आये हैं. शूटिंग में आज के ज़माने की टेक्नोलॉजी, हाई डेफिनेशन कैमरा और लेटेस्ट वीएफएक्स का इस्तेमाल हुआ है. कहीं ना कहीं दर्शकों के मन में आज भी रामानंद सागर की रामायण के ही दृश्य हैं और 2020 में जब उस रामायण को फिर से प्रसारित किया गया तो आज की जनरेशन ने भी उसे बहुत पसंद किया. ऐसे में इस बात का डर तो रहता ही है की दर्शक कोई न कोई नुस्ख निकाल ही लेंगे. इसपर दिगंत ने कहा, "देखिये लोगों का काम है कहना, कुछ लोग अप्रिशिएट करेंगे तो कुछ लोग क्रिटिसाइज़ भी करेंगे. मैंने दूरदर्शन की रामायण देखी है, कई सारे स्टेज परफॉरमेंस भी देखे हैं अपने होमटाउन में, कहानी तो सेम ही है बस उसका प्रेजेंटेशन अलग है. हमारे होम टाउन में फेमस लोक नृत्य है यक्षगान, उसमें भी गाने और डांस के फॉर्म में रामायण दिखाई जाती है. वो हम आज भी बैठ कर देखते हैं. रामायण की कहानी वही है बस स्टेज और फॉर्म अलग है. हमने भी पूरी कोशिश की है अच्छे से अच्छा परफॉर्म करने की वो भी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, हाई डेफिनेशन कैमरा और अच्छे वीएफएक्स के साथ, हमने रामायण की कहानी में कोई बदलाव नहीं किये."

Advertisement

विदेश में हुई है रामयुग की शूटिंग

इस वेब सीरीज़ की अधिकतर शूटिंग मॉरीशस में हुई है. शूटिंग के दिनों को याद करते हुए दिगंत ने बताया की उन्होंने और उनकी पूरी टीम ने वह खूब एन्जॉय किया. उन्होंने कहा, "वहां पर शूट करना हमारे लिए हर दिन मनोरंजक रहा है क्यूंकि वहां पर बहुत सारे आर्टिस्ट थे, रामायण के सभी किरदार सुघ्रीव, हनुमान, इंद्रजीत, रावण, लक्ष्मण, सीता और भी बहुत सारे किरदार वहां मौजूद थे. सब एक ही जगह पर रुके हुए थे और हर दिन शूट होता था. जिस दिन किसीको छुट्टी मिलती थी तो भी वो सेट पर आ जाते थे, एक साथ बैठते थे, रिलैक्स करते थे, एन्जॉय करते, खूब हंसते थे और सीन के दौरान एक दूसरे की मदद भी करते थे. लेकिन सबसे ज़्यादा मनोरजक सीन हमारा क्लाइमैक्स वाला सीन था. मेरे ख्याल से क्लाइमैक्स सीन हमने 20 से 25 दिन में पूरा किया. बहुत ही कठिन सीन था उसे फिल्माना, लड़ाई के सारे सीन मॉरीशस में ही शूट हुए हैं. मल्टी कैमरा सेटअप था हनुमान की लड़ाई का सीन दूसरे सेट पर चल रहा था, राम की लड़ाई का सीन दूसरे सेट पर चल रहा था, इंद्रजीत और लक्ष्मण की लड़ाई का सीन कहीं और चल रही थी. ऐसा एक भी दिन नहीं है रामयुग के शूट का जिसे मैं भूल सकूं. बहुत मनोरंजक रहा सबके साथ काम करना जो मुझे ज़िंदगीभर याद रहेगा। "

Advertisement

कन्नड़ इंडस्ट्री के जाने-माने एक्टर हैं दिगंत

दिगंत मनचले ने मनासारे, पचरंगी, लाइफु इश्तीन और पारिजात जैसी कई सफल कन्नड़ फिल्में की हैं. बॉलीवुड इंडस्ट्री के साथ साथ साउथ फिल्म इंडस्ट्री ने भी अपनी अलग पहचान बनाई है जिसमें अधिकतर तमिल या तेलुगु फिल्में होती हैं. लेकिन पिछले कुछ सालों से कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री भी रफ़्तार पकड़ रही है. इसपर दिगंत ने कहा, "कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री धीरे धीरे तरक्की कर रही है. केजीएफ, अवने श्रीमन्नारायण जैसी कई फिल्में हैं जिनको लोगों ने बहुत पसंद भी किया और सराहा भी. तेलुगु और तमिल फिल्म इंडस्ट्री को बहुत तरक्की मिल चुकी है लेकिन अब कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की भी अपनी अलग पहचान बन रही है. धीरे-धीरे ही सही लेकिन हम भी साउथ लैंग्वेज फिल्मों में अपनी पकड़ बना रहे हैं. मैं सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म का शुक्रगुज़ार हूं क्यूंकि मेरी कई फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अब भी हैं जिसे पूरी दुनिया में लोग कहीं पर भी बैठे हों वो मेरी फिल्में देख सकते हैं. अगर कोई मुझसे पूछेगा की मैंने क्या क्या काम किया है तो मैं ओटीटी प्लेटफॉर्म के ज़रिये दिखा सकता हूं. उसी तरह बहुत सारी कन्नड़ फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म के ज़रिये पूरी दुनिया के सामने हैं जिसे लोग देख भी रहे हैं.  

वैक्सीन लगवाने में अंकिता लोखंडे की हालत हुई खराब, शेयर किया फनी वीडियो

Advertisement

ओटीटी प्लेटफार्म के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "एक एक्टर होने के नाते मैं चाहता हूं क‍ि लोग मेरा काम देखें और मुझे सराहें, चाहें वो थिएटर हो, बिग स्क्रीन हो या ओटीटी प्लेटफॉर्म हो कोई फर्क नहीं पड़ता. एक एक्टर सिर्फ यही चाहता है की लोग उसे पसंद कर रहे हैं और उसे नोटिस करें. फिल्में बड़े पर्दे पर इसलिए देखीं जाती हैं क्योंक‍ि उसमें जो भी सीन्स होते हैं वो उभर कर आते हैं और देखने में ज़्यादा मज़ा आता है. लेकिन ओटीटी प्लेटफॉर्म ने बहुत सारे एक्टर्स के लिए सिनारिओ चेंज कर दिया है. बहुत सारे मूवी मेकर्स को भी मौका मिला है अपना टैलेंट दिखने का. ओटीटी इंडिपेंडेंट मूवी डायरेक्टर्स, एक्टर्स और स्ट्रगलिंग एक्टर्स के लिए ग्रेट प्लेटफॉर्म है."

 

Advertisement
Advertisement