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जब घर चलाना हुआ मुश्किल, एक महीने का बेटा घर पर छोड़कर गाने जाती थीं आशा भोसले

आशा भोसले ने गणपतराव भोसले से पहली शादी की थी. तब उनकी उम्र काफी कम थी. इस शादी से उन्हें तीन बच्चे हुए. उन्होंने बताया था कि पति गणपतराव महज 100 रुपये महीना कमाते थे. ऐसे में घर चलाने के लिए उन्हें भी हाथ बंटाना पड़ता था. इसके साथ-साथ वह बच्चों और घर का भी ध्यान रखा करती थीं.

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आशा भोसले
आशा भोसले

बॉलीवुड की फेमस सिंगर आशा भोसले (Asha Bhosle) आज 89 साल की हो गई हैं. 1940 में अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत करने वाली आशा भोसले आज भी फैंस के दिलों पर राज करती हैं. आज भी उनकी आवाज का जादू सुननेवालों के सिर चढ़कर बोलता है. हिंदी म्यूजिक इंडस्ट्री में जगह बनाने के लिए आशा भोसले को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. इतना ही नहीं, करियर को बनाने के साथ-साथ उन्होंने अपने बच्चों की परवरिश भी अकेले ही की है. 

घर चलाने के लिए बच्चों को छोड़ किया काम

आशा भोसले ने गणपतराव भोसले से पहली शादी की थी. तब उनकी उम्र काफी कम थी. इस शादी से उन्हें तीन बच्चे हुए. उन्होंने बताया था कि पति गणपतराव महज 100 रुपये महीना कमाते थे. ऐसे में घर चलाने के लिए उन्हें भी हाथ बंटाना पड़ता था. इसके साथ-साथ वह बच्चों और घर का भी ध्यान रखा करती थीं. 

1993 में सलिल चौधरी के साथ आशा भोसले ने बात की थी. यह इंटरव्यू दूरदर्शन कोलकाता पर टेलीकास्ट हुआ था. इंटरव्यू में आशा ने बताया था कि जब उन्होंने सिंगिंग शुरू की. तब वह मुंबई से दूर रहती थीं. ऐसे में उन्हें रोज ट्रेन से काम के लिए मुंबई आना पड़ता था. 1949 में जब उनके बेटे हेमंत का जन्म हुआ, तब वह अपने एक महीने के बच्चे को घर पर छोड़ काम पर जाया करती थीं, क्योंकि उन्हें पैसों की जरूरत थी. आशा ने यह भी बताया था कि उन्हें 5 बजे उठकर रियाज करना पड़ता था. तब उन्हें कभी गाना गाने को मिलता था और कभी नहीं मिलता था.

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जब कुएं से पानी निकालती थीं आशा

उन्होंने उस समय के बारे में भी बताया था जब वह बोरीवली में शिफ्ट हुई थीं. तब वो जगह एक गांव हुआ करती थी. लोग आशा को एक सिंगर के रूप में जानने लगे थे, लेकिन उनकी जिंदगी का डेली रूटीन फिर भी चल रहा था. इसमें वह कुएं से पानी निकालती, दिनभर का खाना बनाती, बच्चों के लिए लंच पैक करती, उन्हें स्कूल छोड़कर आती और अपने ससुराल वालों का ध्यान रखती थीं. ये सब करने के बाद वह घंटों तक खड़ी रहकर गाने भी रिकॉर्ड किया करती थीं. इसमें कभी-कभी 8 घंटे का समय भी लगता था.

1960 में आशा भोसले अपने पति से अलग हो गई थीं. 1966 में गणपतराव भोसले का निधन हो गया था. इसके बाद उन्होंने अपने बच्चों की परवरिश अकेले ही की थी. 2007 में आए ITMB शो पर बातचीत के दौरान आशा भोसले ने कहा था कि बतौर कैबरे सॉन्ग सिंगर उनकी पहचान को लोग पसंद नहीं करते थे. कई बड़े-बूढ़ों ने उनपर सवाल भी उठाए थे. लेकिन आशा ने कहा था कि उन्हें अपने बच्चों को पालना है और ऐसे में वह ये गाने गाना नहीं छोड़ेंगी.

नहीं चाहती थीं बच्चे इंडस्ट्री में आएं

आशा भोसले के बेटे हेमंत भोसले ने कुछ समय तक बतौर कंपोजर काम किया था. उन्होंने इस बारे में कहा था कि वह नहीं चाहती थीं कि उनका कोई बच्चा म्यूजिक इंडस्ट्री का हिस्सा बने. उन्होंने कहा था कि फिल्म इंडस्ट्री में कुछ भी पक्का नहीं है. भले ही उनका बेटा म्यूजिक डायरेक्टर बन गया हो, लेकिन इंडस्ट्री लक से चलती है. कभी भी कोई नया इंडस्ट्री में आए तो आपको भुला दिया जाता है.

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आशा भोसले के बड़े बेटे हेमंत का निधन 2015 में कैंसर से लड़ाई के बाद हो गया था. साल 2012 में उनकी बेटी वर्षा का निधन सुसाइड से हुआ था. उनका सबसे छोटा बेटा आनंद फिल्म प्रोड्यूसर रह चुका है. आनंद को इस साल अप्रैल में हेल्थ इश्यू के चलते दुबई के अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.

 

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