सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का जन्मदिन है और उनके जन्मदिन से पहले कांग्रेस खाली हाथ है. दो राज्यों में कांग्रेस अपनी सरकार बचा नहीं पायी और दो राज्यों में जनता ने उनके वादों पर भरोसा ही नहीं किया. अब कांग्रेस में सिर्फ सन्नाटा और मंथन ही है.