Panchayat Aaj Tak 2021 Uttarakhand: उत्तराखंड में कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले देहरादून में 'आज तक' का महामंच 'पंचायत आज तक उत्तराखंड' सज चुका है. इस मंच पर 'देवभूमि का दंगल' सेशन में सूबे की सरकार में मंत्री सुबोध उनियाल और कांग्रेस के किशोर उपाध्याय ने शिरकत की.
सुबोध उनियाल ने सत्ता में वापसी के सवाल पर कहा कि कोई भी रिकॉर्ड ऐसा नहीं है जो टूटता नहीं. हर पांच साल बाद सत्ता परिवर्तन का मिथक भारतीय जनता पार्टी इस दफे तोड़ने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि राज्य का मुख्यमंत्री सरकार बचाने के लिए कह रहा था कि 10-20 करोड़ कमा लो, मंत्री बन जाओ, ये राज्य भूल जाएगा? उनियाल ने स्वीकार किया कि नारायण दत्त तिवारी ने सिडकुल की स्थापना कर रोजगार देने का कार्य किया, इससे मुझे ऐतराज नहीं. हमने पलायन रोकने के साथ ही रिवर्स माइग्रेशन के लिए भी काम किया.
सुबोध उनियाल ने गिनाए विकास कार्य
कांग्रेस और बीजेपी की सरकार में तुलनात्मक रूप से कितना पलायन रुका, कितना रोजगार बढ़ा? इस सवाल का जवाब देते हुए सुबोध उनियाल ने कहा कि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार उत्पन्न करने की आवश्यकता है. जब पहली दफे 2000 में विधायक बना तब केवल पांच गांव सड़क से जुड़े थे. हमने बड़ी तादाद में गांवों को सड़क से जोड़ा. दुकानें बनीं और रोजगार मिले. समूह के माध्यम से कृषि क्षेत्र में भी रोजगार मिल रहा है. कृषि क्षेत्र को मजबूत करने की आवश्यकता है. उत्तराखंड में कुल 92 फीसदी किसान छोटे किसान हैं. हमने पिछले पांच साल में 14 फीसदी उत्पादन बढ़ाए. उन्होंने कृषि क्षेत्र में किए गए प्रयास गिनाए.
उत्तराखंड सरकार के मंत्री ने कहा कि हमारा नौजवान नौकरी की लाइन में खड़े होने की बजाए नौकरी देने वाला बने तो बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि भाषण देकर मीठी-मीठी बात करना आसान है. उत्तराखंड चुनाव में किन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं, इस सवाल पर सुबोध उनियाल ने कहा कि कोरोना के बाद रिवर्स माइग्रेशन हुआ तब हम करीब 20 फीसदी लोगों को रोकने में सफल रहे हैं. हमने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, सौर ऊर्जा स्वरोजगार योजना के माध्यम से रोजगार दिया है. सीएम के चेहरे के सवाल पर सुबोध उनियाल ने कहा कि हमारे एक चेहरे की चमक में इनके सभी नेताओं के चेहरे फीके पड़ जाएंगे.
कांग्रेस के पक्ष में जाएगा जनादेश- किशोर उपाध्याय
किशोर उपाध्याय ने कहा कि सुबोध जी ने कांग्रेस को भी देख लिया अब बीजेपी को देख रहे हैं. कांग्रेस के पक्ष में जाने वाला है जनादेश. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड जिंदा रहेगा तो दिल्ली, बिहार और उत्तर प्रदेश जिंदा रहेंगे. हमें उत्तराखंड के जंगल, जमीन और पानी के मसले पर आना चाहिए. किशोर उपाध्याय ने कहा कि हमें पलायन और सूबे से संबंधित मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाना चाहिए. पैसा इन्होंने खा लिया और उन्होंने खा लिया, हम केवल यही बात करेंगे तो ये राज्य के साथ बेइमानी होगी.
सीएम फेस पर बोले किशोर- मेरा चेहरा खराब है क्या
एक सवाल के जवाब में किशोर उपाध्याय ने कहा कि 21 साल हो गए हैं. भ्रष्टाचार पर चर्चा होनी चाहिए. अच्छी बात है. राजनीतिक भ्रष्टाचार पर चर्चा नहीं होनी चाहिए? हमारे सवाल देश नहीं, मानवता के सवाल हैं और देश को इन पर आना चाहिए. उन्होंने वनाधिकार कानून की भी चर्चा की. हम दिल्ली में मुफ्त पानी दे रहे हैं लेकिन टिहरी में पानी का बिल आ रहा है. या तो सभी परिवारों को सरकारी नौकरी दो या 72 फीसदी जमीन छोड़ दो.
उत्तराखंड के अगले मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, इस सवाल पर किशोर उपाध्याय ने हल्के अंदाज में कहा कि मेरा चेहरा खराब है क्या. उन्होंने कहा कि मैं 2012 में ही सीएम बन गया होता. किशोर उपाध्याय ने कहा कि हमारा विधानमंडल दल और कांग्रेस आलाकमान मुख्यमंत्री कौन होगा, ये तय करते हैं.