उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में आयोजित 'आजतक' के कार्यक्रम 'पंचायत आजतक उत्तराखंड 2021' के 'कांग्रेस करेगी वापसी?' सेशन में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने शिरकत की. हरीश रावत ने चुनावी तैयारियों को लेकर खुलकर बात की. उन्होंने कहा- चुनावी राज्यों में विपक्ष पर सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स जैसे मगरमच्छ छोड़े जाते हैं. इनका मुकाबला हमें तैर कर पार करना है.
'हमारे समय में दलबदल को पाप माना जाता था'
रावत ने कहा- पंजाब में कांग्रेस सत्ता के दरवाजे को फिर से खोल सकती है. हम अटल बिहारी और राजीव गांधी के युग के लोग हैं जब दलबदल को पाप माना जाता था. हम लोकतंत्र के जरिए जनता का विश्वास जीतकर सरकार बनाने में विश्वास रखते हैं. कांग्रेस चुनाव जीतने के मुहाने पर है.
हरीश रावत ने कहा कांग्रेस में विचारों की स्वतंत्रता है और भाजपा में कोई स्वतंत्रता नहीं, वह आरएसएस के फ्रेंचाइजी होल्डर हैं. जो कह दिया गया वही करते हैं.
'मैं कांग्रेस की बालिका वधू हूं'
रावत ने कहा- हम ऐसा उत्तराखंड बनाएंगे जिसके अंदर सरकार गरीब और कमजोर की लाठी हो. आम आदमी पार्टी में क्यों नहीं शामिल हुए? इस सवाल पर रावत ने कहा- मैं कांग्रेस की बालिका वधू हूं. कांग्रेस कुछ दे न दे, मैं अपनी बात निर्भीक होकर कहता हूं. बालिका वधू के रूप में शमशान जाना मंजूर लेकिन कांग्रेस से अलग नहीं.
'उत्तराखंड के लिए केजरीवाल को 5 साल की तपस्या लगेगी'
रावत ने कहा- मैं केजरीवाल जी से कहना चाहता हूं कि वह अपने पार्टी पर वोट कटुआ का बोर्ड न लगाएं. दिल्ली के सीएम उत्तराखंड की विभिन्ना तो समझने के लिए केजरीवाल को 5-7 साल की तपस्या की जरूरत पड़ेगी.