देश के सबसे बड़े राज्य में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. हर पार्टी चुनावी मोड में जा चुकी है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. आज सीएम योगी आदित्यनाथ अलीगढ़ में कोविड सेंटर का निरीक्षण करने गए थे. इस मौके पर भी उन्होंने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधने का मौका नहीं छोड़ा. दावा कर दिया गया कि सपा की सरकार के दौरान उन आतंकियों के मुकदमे वापस हुए जिन्होंने श्री राम जन्मभूमि पर आतंकी हमला किया था.
सीएम योगी ने कहा कि दोनों सरकार के काम में फर्क साफ दिखाई देता है. बीजेपी की सरकार ने सबसे पहले अवैध बूचड़खानों को बंद किया था, किसानों का कर्ज माफ किया था और फिर महिला सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया था. वहीं दूसरी तरफ सपा की सरकार के दौरान आतंकियों के मुकदमे वापस हुए, नौकरी देने के नाम पर चाचा-भतीजा ने वसूली की और हर तीसरे दिन प्रदेश में दंगे हुए. सीएम योगी ने जोर देकर कहा कि भाजपा की सरकार के दौरान एक भी दंगा नहीं हो सका और कानून व्यवस्था को हमेशा दुरुस्त रखा गया.
योगी ने इस बात पर भी खुशी जाहिर की कि उनकी सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम किया. उनके मुताबिक आयुष्मान भारत के तहत लाखों लोगों को बीमा दिया गया, नए अस्पतालों का निर्माण हुआ और एक गरीब की जिंदगी में परिवर्तन लाने का प्रयास रहा. अब सीएम योगी तो जरूर अपनी सरकार की तारीफ करते रहे, लेकिन उनके उसी कार्यक्रम में कुछ महिलाएं भी आईं जिन्होंने उन्हीं के सामने उनकी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. दीनदयाल में तैनात कर्मियों की पत्नियों ने ये हंगामा किया था. आरोप लगाया गया कि करीब 3 वर्षों से वेतन नहीं दिया गया था. बताया गया कि करीब 14 परिवार ऐसे हैं जो अभी भी अपने वेतन के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं.