यूपी के चुनाव में फिर मुजफ्फरनगर दंगों पर बहस है, रामभक्तों पर चली गोली का जिक्र है और लाल टोपी और जिन्ना पर विवाद है. एक बार फिर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के लिए प्रचार करते हुए लोगों को मुजफ्फरनगर दंगों की याद दिला दी है. सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर भी बड़ा हमला बोल दिया है.
सीएम योगी ने कहा है कि दंगों के खून से जिनकी टोपी रंगी हो, रामभक्तों के खून से जब टोपी रंगी हो, वो आज शांति-सौहार्द की बात कर रहे हैं. मैं आप सभी को बताना चाहता हूं कि इसी सपा ने ऐसे उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है जो कैराना से हिंदुओं के पलायन के लिए जिम्मेदार थे. वो भी मैदान में हैं जिन्होंने मुजफ्फरनगर दंगे करवाए थे.
'माफिया माफी की भीख मांगेंगे'
मुख्यमंत्री ने मुरादनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए साफ कर दिया कि अगर कैराना में पलायन नहीं चाहिए तो वोट बीजेपी को जाना चाहिए. अगर माफियाओं की संपत्ति पर बुलडोजर चलवाना है, तो वोट बीजेपी को जाना चाहिए. सीएम योगी आगे यहां तक कह गए कि कुछ दबंग लोग जरूर अभी उछल रहे हैं, लेकिन 10 मार्च के बाद सभी पुलिस स्टेशन के बाहर मिलेंगे. तब सभी माफी की भीख मांग रहे होंगे.
इसके बाद योगी ने अपने संबोधन में कावड़ यात्रा का भी जिक्र किया. उनके मुताबिक पहले कावड़ यात्रा पर बैन लग जाता था. लेकिन उनके कार्यकाल में कोई भी इस यात्रा को बंद नहीं करवा सका. ये भी दावा हो गया कि पिछले पांच साल में यूपी की धरती पर एक भी दंगा नहीं हो सका.
मुफ्त बिजली के दावे पर तंज
अब दंगों के बाद सीएम योगी के निशाने पर अखिलेश यादव के वो दावे आए जहां पर उन्होंने 300 यूनिट फ्री बिजली देने की बात कही. योगी ने कहा कि जो लोग अपने कार्यकाल में लोगों को बिजली ही नहीं दे पाते थे, आज फ्री बिजली देने की बात कर रहे हैं.
सीएम ने अपने संबोधन में अखिलेश के घर बनाने वाले दावों पर भी तंज कसा है. कहा गया है कि उन्होंने अपना आवास बनाने में कोई गलती नहीं की लेकिन बात जब गरीबों के घर की आई, उन्होंने कुछ नहीं किया.