प्रतापगढ़ के कुंडा में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया की जीत हुई है. उन्होंने सपा के गुलशन यादव को 30315 वोटों से मात दी. इसके अलावा बाबागंज से जनसत्ता दल के विनोद सरोज, पट्टी में सपा के राम सिंह, प्रतापगढ़ में बीजेपी, रामपुर खास में कांग्रेस की आराधना मिश्रा, रानीगंज में सपा के राकेश कुमार और विश्वनाथगंज में अपना दल सोनेलाल के जीत लाल जीते.
प्रतापगढ़ जिले की किस विधानसभा सीट पर क्या है हाल :
बाबागंज: बाबागंज से जनसत्ता दल के विनोद सरोज 15767 वोटों से जीते. सपा के गिरीश चंद्र दूसरे नंबर पर रहे. यहां से कांग्रेस की वीना रानी, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक से विनोद, सपा से गिरीश चंद्रा, LJP से विजय पाल सरोज और बीजेपी से केशव प्रसाद ने चुनाव लड़ा. बाबागंज विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पवन कुमार को मैदान में उतारा था. राजा भैया समर्थित उम्मीदवार के तौर पर फिर से निर्दलीय से विनोद सोनकर चुनाव मैदान में थे. निर्दलीय उम्मीदवार विनोद ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी के पवन कुमार को 37 हजार वोट से अधिक के अंतर से हरा दिया था.
कुंडा: प्रतापगढ़ के कुंडा में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया की जीत हुई है. उन्होंने सपा के गुलशन यादव को 30315 वोटों से मात दी. बता दें, यहां से बीजेपी की सिंधुजा मिश्रा सेनानी, जनसत्ता दल लोतांत्रित से रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया, सपा से गुलशन यादव और बसपा से मोहम्मद फहीम ने चुनाव लड़ा. कुंडा विधानसभा सीट पर 2017 में रघुराज प्रताप सिंह ने जीत हासिल की थी.
पट्टी: यहां सपा के राम सिंह 22051 वोटों से जीते. भारतीय जनता पार्टी के राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह दूसरे नंबर पर रहे. यहां से बसपा से फूलचंद, कांग्रेस से सुनीत और आप से अजय यादव ने भी चुनाव लड़ा. 2017 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह जीते थे.
प्रतापगढ़: बीजेपी से राजेंद्र कुमार 25063 वोटों से जीते. अपना दल (कमेरावादी) की कृष्णा पटेल दूसरे नंबर पर रहीं. इसके अलावा बहुजन मुक्ति पार्टी के राम अजोल और बसपा से आशुतोष त्रिपाठी ने भी चुनाव लड़ा. प्रतापगढ़ सदर विधानसभा सीट से साल 2017 के चुनाव में बीजेपी की गठबंधन सहयोगी अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल सोनेलाल ने उम्मीदवार उतारा. अपना दल के टिकट पर उतरे संगम लाल चुनावी बाजी जीतकर विधानसभा पहुंचे. संगम लाल 2019 में लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए तब विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. संगम लाल के इस्तीफे से रिक्त हुई सीट पर हुए उपचुनाव में अपना दल के ही राजकुमार पाल विजयी रहे.
रामपुर खास: रामपुर खास विधानसभा से कांग्रेस की आराधना मिश्रा उर्फ मोना 14741 वोटों से जीतीं. बीजेपी के नागेश प्रताप सिंह दूसरे नंबर पर रहे. यहां से कांग्रेस की आराधना मिश्रा मोना, SHS से सुरेंद्र सिंह, JD(U) से लालजी और बसपा से बांकेलाल पटेल ने चुनाव लड़ा. रामपुर खास विधानसभा सीट की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो कांग्रेस के प्रमोद तिवारी इस सीट से लगातार नौ दफे विधायक रहे हैं. कांग्रेस की आराधना मिश्रा मोना इस सीट से विधायक हैं.
रानीगंज: रानीगंज विधानसभा से सपा के राकेश कुमार वर्मा 2649 वोटों से जीते. उन्होंने भाजपा के धीरज ओझा को हराया.
विश्वनाथगंज: अपना दल सोनेलाल के जीत लाल 48052 वोटों से जीते. उन्होंने सपा के सौरभ सिंह को हराया. यहां बसपा से संजय, सपा से सौरभ सिंह, जन अधिकार पार्टी से मोहम्मद अश्फाक और अपना दल सोनेलाल से जीत लाल ने चुनाव लड़ा. विश्वनाथगंज विधानसभा सीट से 2017 के चुनाव में बीजेपी और अपना दल गठबंधन ने निवर्तमान विधायक डॉक्टर आरके वर्मा पर ही दांव लगाया. वर्मा ने इस सीट से जीत हासिल की थी.