
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को प्रयागराज में थे. यहां उन्होंने महिला सशक्तिकरण सम्मेलन में हिस्सा लिया. महिलाओं को संबोधित करने के बाद पीएम मोदी का एक अलग ही अंदाज देखने को मिला.
रैली को संबोधित करने के बाद पीएम मोदी ने यहां पहुंची कई महिलाओं से मुलाकात की. इस दौरान पीएम मोदी ने महिलाओं से बात की और उनका हालचाल जाना. इतना ही नहीं उन्होंने बच्चों को प्यार भी किया और गोद में भी लिया.

प्रयागराज में पीएम मोदी ने बैंक कॉरसपोंडेंट (बीसी) से सीधी बात की. पीएम मोदी ने महिलाओं से पूछा कि उन्हें गांव में लोग किस नाम से जानते हैं? तो जवाब मिला कि बीसी से ही जानते हैं. इस पर पीएम मोदी ने कहा, 'अच्छा सबको मालूम है कि चलती-फिरती बैंक हैं आप.'
इस दौरान पीएम मोदी ने बैंक सखियों से उनके अनुभव भी जाने. एक बैंक सखी ने बताया कि उनके गांव से बैंक 8 किलोमीटर दूर है, ऐसे में बुजुर्गों से इतनी दूर तक चला नहीं जाता है. फिर हम उनके घर जाकर पैसे देकर आते हैं. वो हमें दुआएं देते हैं तो हम उन्हें कहते हैं कि दुआ हमें मत दो, प्रधानमंत्री को दो.

पीएम मोदी ने ये भी पूछा कि आप लोग लोगों के पास कैसे जाते हैं? कैसे बात करते हैं? इस पर एक बैंक सखी ने बताया कि हम जाकर उनसे पूछते हैं कि कैश निकलवाना है या जमा कराना है. जब वो अपनी परेशानी बताते हैं तो हम उनसे उनका आधार कार्ड लेते हैं, बैंक का नाम लेते हैं, अमाउंट पूछकर उनको पैसा निकालकर दे देते हैं और बता देते हैं कि इतना बैलेंस बचा है.
महिलाओं से मुलाकात करने के बाद पीएम मोदी ने उनके बच्चों से भी बातचीत की और दुलार किया. इस दौरान एक महिला ने बताया कि आपकी सरकार की कई योजनाओं से बेटियों को पढ़ाने की सुविधा मिली है, बस ऐसे ही आप सोचते रहें और बेटी भी आगे बढ़े. इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि कुछ भी हो जाए बेटियों को पढ़ाना चाहिए.