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जेडीयू नेता केसी त्यागी के बेटे ने बीजेपी का दामन क्यों थामा? 

जेडीयू महासचिव केसी त्यागी के बेटे अमरीश त्यागी ने रविवार को बीजेपी का दामन थाम लिया. अमरीश त्यागी ने पिता की इजाजत लेने के बाद बीजेपी की सदस्यता ग्राहण की है. ऐसे में सवाल उठता है कि केसी त्यागी के बेटे ने जेडीयू की बजाय बीजेपी में आखिर क्यों शामिल होने का फैसला किया. 

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स्टोरी हाइलाइट्स
  • केसी त्यागी के बेटे अमरीश की बीजेपी में एंट्री
  • अमरीश त्यागी लड़ सकते हैं 2022 यूपी चुनाव
  • पश्चिमी यूपी में त्यागी वोटर काफी निर्णायक हैं

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले जेडीयू महासचिव केसी त्यागी के बेटे अमरीश त्यागी ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. अमरीश त्यागी ने पिता की इजाजत लेने के बाद बीजेपी की सदस्यता ग्राहण की है. ऐसे में सवाल उठता है कि केसी त्यागी के बेटे ने जेडीयू की बजाय बीजेपी में आखिर क्यों शामिल होने का फैसला किया. 

बता दें कि यूपी चुनाव 2022 में जेडीयू भी किस्मत आजमाने का दम भर रही है, जिसकी कमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने करीबी केसी त्यागी को सौंप रखी है. जेडीयू सूबे में बीजेपी के साथ गठबंधन के भी फिराक में जुटी, लेकिन अभी तक दोनों दलों के बीच बात नहीं बन सकी. ऐसे में केसी त्यागी के बेटे अमरीश त्यागी ने समय गंवाए बिना अब बीजेपी में एंट्री कर ली है. 

केसी त्यागी के बेटे ने बीजेपी में क्यों ली एंट्री 
बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद अमरीश ने कहा कि बीजेपी के मूल मंत्र 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' को देखते हुए पार्टी में शामिल हुए हैं. साथ ही कहा, 'मैं अपने पिता की पार्टी जेडीयू में अगर शामिल होता तो फिर परिवारवाद का आरोप लगाया जाता. इसीलिए मैंने बीजेपी को चुना. अमरीश ने कहा कि बीजेपी में शामिल होने का फैसला उन्होंने खुद लिया है. इसके लिए उनके पिता ने खुद उन्हें इसकी बकायदा इजाजत दी है. 

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केसी त्यागी की पार्टी जेडीयू फिलहाल बीजेपी की अगुवाई वाले एनडीए का हिस्सा है. अमरीश त्यागी ने कहा कि उनके पिता केसी त्यागी एनडीए के घटक दल के नेता हैं और ऐसे में बीजेपी के साथ हमेशा ही जुड़ाव रहा है. वहीं, पिता की समाजवादी  विचारधारा और बीजेपी की हिंदुत्व के सवाल पर कहा कि एक परिवार में अलग-अलग विचारधारा हो सकती है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के काम पीएम मोदी और योगी के नेतृत्व के चलते पार्टी में शामिल की प्रेरणा दी.

अमरीश त्यागी का सियासी प्लान

अमरीश त्यागी भले ही बीजेपी में शामिल होने के अपने तर्क दे रहे हों. लेकिन इसके पीछे उनका राजनीतिक मकसद छिपा हुआ है. अमरीश गाजियाबाद जिले की विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. हालांकि, अमरीश और बीजेपी की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आई है. ऐसे में उनकी सक्रियता और जेडीयू के बजाय बीजेपी के साथ सियासी पारी का आगाज की वजह 2022 के चुनाव में किस्मत आजमाने का है. 

अमरीश त्यागी की पिता की पार्टी जेडीयू का सियासी आधार बिहार तक सीमित हैं. यूपी में कोई खास राजनीतिक असर नहीं है और पूश्चिम यूपी में बिल्कलु भी नहीं है. वहीं, अभी तक जेडीयू का 2022 के चुनाव में बीजेपी के साथ यूपी में गठबंधन होगा कि नहीं, यह भी तस्वीर साफ नहीं है. ऐसे में अमरीश त्यागी ने अपने सियासी भविष्य के लिए जेडीयू के बजाय बीजेपी में एंट्री करने का फैसला लिया. 

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पश्चिमी यूपी में त्यागी वोटर अहम

पश्चिमी यूपी में त्यागी समाज काफी अहम माने जाते है, जो फिलहाल बीजेपी के कोर वोटबैंक है. गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, बिजनौर और अमरोहा के जिले में त्यागी समाज के लोगों की संख्या अच्छी खासी है. त्यागी समाज भूमिहार समुदाय में आते हैं और बीजेपी के साथ मजबूती से जुड़े हुए हैं. किसान आंदोलन के चलते पश्चिमी यूपी में भले ही जाट समाज की बीजेपी के प्रति नाराजगी की बात कही जा रही है, लेकिन त्यागी समाज अभी भी पहले की तरह से साथ खड़ा है. 

केसी त्यागी के बेटे अमरीश त्यागी ने सियासी समीकरण को देखते हुए बीजेपी के साथ अपनी सियासी पारी के आगाज करने का फैसला किया. हालांकि, अमरीश त्यागी ने अपना राजनीतिक सफर छात्र जीवन से शुरू कर दिया था. दिल्ली युनिवर्सिटी के श्यामा प्रसाद मुखर्जी कॉलेज के छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. वो ओवलीनो बिजनेस इंटेलिजेंस प्राइवेट लिमिटेड के एमडी हैं. वे विभिन्न दलों के साथ मिलकर चुनावी रणनीति बनाने का काम देखते रहे हैं. 

अमरीश त्यागी चुनावी रणनीतिकार

तीन साल पहले फेसबुक डाटा लीक मामले को लेकर चर्चा में अमरीश त्यागी आए थे. गाजियाबाद के लोहियानगर में रहने वाले अमरीश त्यागी की कंपनी एससीएल ग्रुप के साथ विभिन्न दलों के लिए चुनावी रणनीति तैयार करने, चुनावी अभियान और मीडिया का मैनेजमेंट का काम देखती है. वो अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए भी चुनाव में काम कर चुके हैं.

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अमेरिका सहित कई देशों में चुनाव के दौरान फेसबुक के जरिए डेटा लीक के मामले में साल 2018 में अमरीश त्यागी का नाम सामने आया था. अमरीश त्यागी पूर्व में ही स्वीकार कर चुके हैं कि अमेरिकी चुनाव में उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए काम किया था. करीब पांच करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाला लीक होने के बाद उस समय देश भर में सियासी बवाल मचा था और जेडीयू महासचिव केसी त्यागी को भी सामने आकर अपने बेटे अमरीश त्यागी के पक्ष में सफाई देनी पड़ी थी.

 

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