scorecardresearch
 

Baldev Assembly Seat: बीजेपी है काबिज, जीत का पंजा लगा पाएंगे पूरन प्रकाश?

बलदेव विधानसभा सीट के सियासी अतीत की बात करें तो 2012 के चुनाव से पहले ये विधानसभा सीट गोकुल विधानसभा सीट के नाम से जानी जाती थी.

Advertisement
X
यूपी Assembly Election 2022 बलदेव विधानसभा सीट
यूपी Assembly Election 2022 बलदेव विधानसभा सीट
स्टोरी हाइलाइट्स
  • चार बार से विधायक हैं पूरन प्रकाश
  • 2012 में अस्तित्व में आई थी ये सीट

यूपी के मथुरा जिले की एक विधानसभा सीट है बलदेव विधानसभा सीट. ये विधानसभा सीट आरक्षित सीट है. बलदेव विधानसभा सीट जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर की दूरी पर है. इस विधानसभा क्षेत्र में एक नई तहसील का गठन हुआ था जिसका नाम महावन तहसील है. इस विधानसभा क्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलदाऊजी का मंदिर भी है जो विश्व प्रसिद्ध है.

राजनीतिक पृष्ठभूमि

बलदेव विधानसभा सीट के सियासी अतीत की बात करें तो 2012 के चुनाव से पहले ये विधानसभा सीट गोकुल विधानसभा सीट के नाम से जानी जाती थी. 2008 के परिसीमन के बाद गोकुल विधानसभा सीट का नाम बदलकर बलदेव विधानसभा सीट हो गया. गोकुल विधानसभा सीट 1974 में अस्तित्व में आई थी. पहले चुनाव से ही ये सीट सामान्य थी.

ये भी पढ़ें- Dhampur Assembly Seat: ब्रश नगरी में सपा-बीजेपी का रहा है दबदबा, अशोक राणा हैं विधायक

बलदेव विधानसभा सीट 2012 में सुरक्षित हो गई. गोकुल विधानसभा सीट के लिए अब तक कुल 12 दफे विधानसभा चुनाव हुआ है. सबसे ज्यादा दो दफे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), दो बार राष्ट्रीय लोक दल, दो बार जीएनपी, दो बार बहुजन समाज पार्टी (बसपा), दो बार जनता दल, एक बार एलकेडी, एक बार बीकेडी को जीत मिली है. निवर्तमान विधायक पूरन प्रकाश 2012 में आरएलडी के टिकट पर चुनाव जीते थे. वे लगातार चार बार के विधायक हैं.

Advertisement

2017 का जनादेश

बलदेव विधानसभा सीट से 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने पूरन प्रकाश को चुनाव मैदान में उतारा. बीजेपी के पूरन प्रकाश ने राष्ट्रीय लोक दल के उम्मीदवार निरंजन सिंह को 13208 वोट से हरा दिया था. बलदेव विधानसभा सीट पर बसपा के प्रेमचंद कर्दम तीसरे और सपा के उम्मीदवार रणवीर सिंह चौथे नंबर पर रहे थे.

सामजिक ताना-बाना

बलदेव विधानसभा सीट के सामाजिक समीकरणों की बात करें तो इस क्षेत्र में करीब साढ़े तीन लाख मतदाता हैं. जातीय समीकरणों के लिहाज से देखें तो सबसे ज्यादा आबादी जाट मतदाताओं की है. जाट मतदाताओं के बाद दलित, ब्राह्मण, ठाकुर मतदाता भी अच्छी तादाद में हैं. अन्य पिछड़ा जाति के मतदाता भी इस विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं.

विधायक का रिपोर्ट कार्ड

बलदेव विधानसभा सीट पूरन प्रकाश का जन्म 15 जुलाई 1955 को मथुरा में हुआ था. पूरन प्रकाश के पिता कन्हैया लाल भी चार बार विधायक रहे थे. पूरन प्रकाश की शिक्षा दीक्षा मथुरा में हुई थी. एलएलबी की पढ़ाई मथुरा के बीएसए कॉलेज से करने के बाद पूरन प्रकाश राजनीति में आ गए और दो बार गोवर्धन, दो दफे बलदेव विधानसभा सीट से विधायक रहे. विधायक का दावा है कि वे दो महीने पहले ही अपनी विधायक निधि पूरी खर्च कर चुके हैं.

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement