
फतेहपुर जिले की अयाह शाह विधानसभा क्षेत्र यमुना नदी के तटीय इलाके से जुड़ा हुआ है. अयाह शाह विधान सभा सीट पहले हसवा विधानसभा सीट के नाम से जानी जाती थी लेकिन 2008 में हुए परिसीमन के बाद इस विधानसभा सीट का नाम बदलकर अयाह शाह रख दिया गया. इस सीट पर 2017 तक बसपा का ही दबदबा रहा. लेकिन यूपी में 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा जिले में की गई रैली के बाद पहली बार इस सीट पर भाजपा की जीत हुई. इस सीट से प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री राधेश्याम गुप्ता के पुत्र विकास गुप्ता ने जीत हासिल की.
अयाह शाह विधानसभा क्षेत्र में पहले से ही प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालय के साथ इंटर कॉलेज स्थापित किए जा चुके थे लेकिन यमुना नदी के किनारे बसे छात्र-छात्राओं को कई किलोमीटर की दूरी तय कर पढ़ने के लिए गाजीपुर कस्बे व बहुआ कस्बे आना पड़ता था. इस क्षेत्र में डिग्री कॉलेज खुल जाने के बाद छात्र-छात्राओं को शिक्षा लेने के लिए शहर की ओर नहीं जाना पड़ता है.
स्वास्थ्य व्यवस्था के मामले में यह क्षेत्र हमेशा से पिछड़ा रहा है सिर्फ सीएचसी व पीएचसी पर पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था आज तक निर्भर है. गंभीर बीमारी व एक्सीडेंट के मामले में अब भी मरीजों को जिला अस्पताल व प्राइवेट नर्सिंग होम आना पड़ता है. अगर मरीज की स्थिति गंभीर होती है तो कानपुर व लखनऊ जाना पड़ता है.

समाजिक तानाबाना
2017 के चुनाव में अयाह शाह विधानसभा सीट पर 2 लाख 55 हजार 130 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था. अगर जातीय समीकरण की बात की जाए तो इस सीट पर सबसे ज्यादा ओबीसी वर्ग के मतदाता (निषाद,लोधी,पाल,प्रजापति ) हैं. इस सीट पर क्षत्रिय ,ब्राह्मण व वैश्य की संख्या भी ठीकठाक है.
2017 का जनादेश
2017 विधानसभा चुनाव में सदर विधानसभा सीट पर कुल 15 प्रत्याशी मैदान में थे लेकिन मुकाबला भाजपा, सपा, व बसपा के बीच रहा. अयाह शाह विधानसभा सीट पर कुल 2 लाख 55 हजार 130 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था , जिसमे 1 लाख 39 हजार 717 पुरुष मतदाता , 1 लाख 15 हजार 413 महिला मतदाता जिसमें 3381 युवा मतदाताओं ने पहली बार अपने मत का प्रयोग किया था. इस चुनाव में 1600 मतदाताओं ने नोटा का प्रयोग किया था.
इस सीट पर 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी विकास गुप्ता को सबसे ज्यादा 81 हजार 203 वोट मिले और दूसरे स्थान पर सपा प्रत्याशी व प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री अयोध्या प्रसाद पाल जो लगातार इस सीट पर चार बार विधायक रहे, उन्हें इस चुनाव में उन्हें कुल 29 हजार 238 वोट मिले. वहीं बसपा प्रत्याशी राम बहादुर सिंह को 27365 वोट मिले थे. वह तीसरे स्थान पर रहे थे. भाजपा के विकास गुप्ता को 51 हजार 265 वोट मिले थे.

विधायक का रिपोर्ट कार्ड
मौजूदा विधायक विकास गुप्ता का जन्म 05 जुलाई 1976 में फतेहपुर में हुआ था. उनके पिता राधेश्याम गुप्ता जनपद फतेहपुर की सदर विधानसभा सीट से 4 बार विधायक रह चुके हैं, वह एक बार कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. इनकी शुरुआती पढ़ाई से लेकर ग्रेजुएशन तक की शिक्षा जनपद फतेहपुर में ही हुई है. इनकी राजनीति की शुरुआत सहकारिता से हुई. वह जिला सहकारी बैंक फतेहपुर में उपाध्यक्ष पद के लिए चुने गए. इसके बाद वर्ष 2017 में अयाह शाह सीट से भाजपा ने पहली बार टिकट दिया और मोदी लहर के कारण पहली बार इस सीट से विधायक चुने गए.
वहीं विधायक निधि से सीसी रोड , उत्सव भवन, हैंडपाइप, सौर ऊर्जा ज्यादातर निर्माण कराया गया. विधायक निधि से ही संत आश्रमों में विद्युतीकरण भी कराया गया. साथ ही विधायक विकास गुप्ता द्वारा कोरोना जैसी महामारी के समय में ग्रामीण क्षेत्रों में मदद पहुंचाई गई. इस सीट पर कई वर्षों से ध्वस्त पड़े गाजीपुर , विजयीपुर मार्ग का मरम्मत एवं चौड़ीकरण कराने का कार्य शुरू हो गया है. यह के असोथर कस्बे को नगर पंचायत का दर्जा भी मिल गया है.