UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में सियासी तापमान चरम पर है. चुनाव से पहले जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी ने चुनाव में गड़बड़ी की आशंका जाहिर की. अखिलेश-जयंत ने शनिवार को गाजियाबाद में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पोस्टल बैलेट में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया. इससे पहले दोनों दिग्गज नेताओं ने यही आरोप मुजफ्फरनगर की प्रेस वार्ता में भी लगाया था.
दरअसल, शुक्रवार को जयंत चौधरी ने अपने एक प्रत्याशी को 24 घंटे बीत जाने के बावजूद चुनाव आयोग (EC) से 'वीडियो वैन' चलाने की अनुमति नहीं मिलने पर नाराजगी जाहिर की थी. उन्होंने कहा, ''कर्मचारियों में बहुत रोष है और नाराजगी है सरकार से, वे उम्मीद के साथ गठबंधन की तरफ देख रहे हैं, ओल्ड पेंशन स्कीम की बात अखिलेश जी ने कही है, और भी वादे किए हैं हमने. पोस्ट बैलेट की व्यवस्था में अधिकारी उनके वोटर आई कार्ड मंगवा रहे हैं. मैं अपील करूंगा कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों से जिनकी वोट पोस्टल बैलेट से पड़नी है, सतर्क रहें. बैलेट पेपर लेकर वोट बनाकर ही दें, अपने वोटर कार्ड को अधिकारी को मांगने पर भी ना दें''
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) January 28, 2022
जयंत की बातों पर अखिलेश यादव ने भी सहमति जताई. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अधिकारियों को लगाया गया है कि वो दबाव बनाकर उनके वोटर आईडी ले लें या आधार ले लें, हो सकता है कि जिस तरह से जिला पंचायत में अधिकारियों ने मनमर्जी से वोट डलवाए थे, इसमें भी लोगों पर दबाव बना रहे हैं. हम इसकी लिखित शिकायत चुनाव आयोग से करेंगे.
वहीं, गाजियाबाद पहुंचे अखिलेश यादव ने कहा कि जिस घर का दरवाजा वो (अमित शाह) बजाएं या डोर-टू-डोर कैंपेन में वो जाएं तो उन्हें लाल सिलेंडर जरूर दिखाएं कि जिस समय वे सरकार में आए थे उस समय सिलेंडर की कीमत क्या थी और आज क्या है? बीजेपी नकारात्मक राजनीति करती है. उन्होंने कहा कि 300 यूनिट फ्री बिजली, गन्ने का समय पर भुगतान के साथ गरीबों और वंचितों के लिए समाजवादी कैंटीन शुरू होगी, जहां 10 रुपये में थाली मिलेगी. इसके अलावा समाजवादी किराना स्टोर स्थापित किए जाएंगे, जहां गरीब श्रमिकों, राहगीरों, बेघरों को सस्ती दरों पर राशन और अन्य वस्तुएं मिल सकेंगी.
वहीं, जयंत चौधरी ने कहा कि यूपी के मतदाताओं के लिए जिन्ना कोई मुद्दा नहीं है. ऐसे मुद्दों से हमारा कोई लेना-देना नहीं. हम पढ़े-लिखे हैं. नौकरी की बात करते हैं, झूठ मुक्त सरकार देंगे. आगे जयंत ने कहा कि यूपी चुनाव में फैसला मतदाताओं को करना है. एक तरफ वो सरकार है जो किसानों को दबाना चाहती है, जहां कोई सुनवाई नहीं होती, जहां कोई वादा पूरा नहीं होता और दूसरी तरफ RLD और सपा का प्रयास है. हमें मुकाबला झूठ और नफरत फैलाने वाले लोगों से करना है.