रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच वहां भारतीयों के साथ मारपीट करने की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. भारतीयों के साथ हो रही मारपीट के वीडियो सामने आने के बाद विपक्षी नेता सरकार पर हावी हो रहे हैं. एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी इन तस्वीरों पर प्रतिक्रिया दी है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, जब देश में पीएम गुजराल की सरकार थी, तब उन्होंने इराक में जंग शुरू होने से पहले ही 1 लाख 70 हजार भारतीय को निकाल लिया था. यहां तो संख्या हजारों में ही है. जो वीडियो आ रहे हैं वो परेशान करने वाले हैं.
आज तक के साथ खास बातचीत करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, 'बीजेपी सरकार को संजीदगी से पेश आना चाहिए, वहां किसी के बेटे और बेटियां हैं, सिर्फ एडवाइजरी देने से कुछ नहीं होगा. आपने तो अपने स्टाफ को निकलवा लिया. बच्चों के साथ जिस तरह से बर्ताव किया जा रहा वह देखा नहीं जा रहा है.'
यूक्रेन में फंसे हुए बच्चे बेहद परेशान...
ओवैसी ने कहा, 'यूक्रेन में फंसे बच्चे बहुत ही ज्यादा परेशान हैं. सरकार की पहली जिम्मेदारी है उनको वहां से निकालने की.सरकार को अपने पूरे रिसोर्सेज को इस्तेमाल करना चाहिए हमारा कोई छात्र वहां नहीं फंसना चाहिए.'
सरकार ने चलाया ऑपरेशन गंगा
उल्लेखनीय है कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार द्वारा ऑपरेशन गंगा शुरू किया गया है. ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक पांच फ्लाइट भारत पहुंच चुकी हैं. इन फ्लाइट्स में 1500 से अधिक भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी हुई है. यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वतन वापसी हो सके इसके लिए 4 केंद्रीय मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देश जा रहे हैं.
पश्चिम बंगाल में हुए अनीस मामले पर बोलते हुए ओवैसी ने कहा, यह ममता बनर्जी की सरकार को बताना चाहिए, बोलते थे मुस्लिम के हमदर्द हैं, मसीहा हैं, वहां पर हालत खराब हैं और हमारे बारे में बात करते थे. मुस्लिम के इस बार न बंटने पर बोले अखिलेश तो चुनाव जीत चुके है, इनको साक्षात भगवान बता चुके है यह, तो यह मुसलमानो के वोटों की क्यों चिंता कर रहे हैं. योगी को भी लगता है वह चुनाव जीत चुके हैं. योगी-अखिलेश दोनो अहंकार में डूबे हैं, अनाप शनाप बोले जा रहे है. हकीकत क्या है पता ही नही है.
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