तमिलनाडु में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर बात बनती नजर नहीं आ रही है. गठबंधन में शामिल पार्टियों की सुई 'सम्मानजनक' सीटों को लेकर ही अटकी हुई है. यह वजह है कि गठबंधन की पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा नहीं हो पाया है.
एक ओर जहां एमडीएमके सीट बंटवारे को लेकर डीएमके से तीसरे राउंड की बातचीत की तैयारी में है. वहीं कांग्रेस अब भी सीटों के सम्मानजनक नंबर हासिल करने की जुगत में है. कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में 40 सीटों पर चुनाव लड़ा था. हालांकि इस बार उसे 24 सीटों का ऑफर दिया जा रहा है जिससे कांग्रेस नाखुश है. कांग्रेस 30 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. वहीं, डीएमके और सीपीएम के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर हुई बातचीत अब भी बेनतीजा रही है.
सीपीएम के राज्य सचिव के बालाकृष्णन ने कहा कि हम डीएमके की तरफ से दिए गए प्रस्वात को पार्टी की कार्य समिति के सामने रखेंगे. बताया जा रहा है कि सीपीएम ने 12 सीटों की मांग की है जबकि डीएमके 6 सीटें ही देने के लिए सहमत है.
उधर, तमिलनाडु के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), सत्ताधारी ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतरेगी. बीजेपी और एआईएडीएमके के बीच गठबंधन को लेकर सहमति बन गई है. सीट बंटवारे को लेकर भी दोनों दलों में सहमति बन गई है. बीजेपी, तमिलनाडु की 20 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. बता दें कि तमिलनाडु की 234 विधानसभा सीटों के लिए 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. चुनावों के नतीजे 2 मई को घोषित किए जाएंगे.
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