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एक या दो नहीं, इस गांव में हजारों अरविंद केजरीवाल

शेक्सपियर ने कहा था कि नाम में क्या रखा है? पर मध्य प्रदेश का एक गांव नाम के कारण ही सुर्खियों में आ गया है. जी हां, एमपी के घोघलगांव में एक या दो नहीं, करीब हजारों केजरीवाल हैं.

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आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता

शेक्सपियर ने कहा था कि नाम में क्या रखा है? पर मध्य प्रदेश का एक गांव नाम के कारण ही सुर्खियों में आ गया है. जी हां, एमपी के घोघलगांव में एक या दो नहीं, करीब हजारों केजरीवाल हैं.

इस गांव में अगर एक शख्स दूसरे का हालचाल पूछने के लिए ये कहे कि केजरीवाल कैसे हो? और दूसरा जवाब दे कि मैं ठीक हूं केजरीवाल. तो चौंकिएगा मत. मध्य प्रदेश के खांडवा जिले के इस गांव में अकसर ही ये नजारा देखने को मिलता है. गांव वाले बताते हैं कि वे एक-दूसरे को केजरीवाल कहकर बुलाते हैं और वहां करीब हजारों केजरीवाल हैं.

भले ही राजनीतिक विऱोधी केजरीवाल पर 'भगोड़ा' होने का आरोप लगाते हों पर इस गांव में केजरीवाल के भक्तों की कोई कमी नहीं है. केजरीवाल के प्रभाव का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि गांव के हर मोबाइल का रिंगटोन है...'मैं हूं आम आदमी'

नमस्ते और हरिओम की जगह 'कहो कैसे हो केजरीवाल' हालचाल जानने का जुमला बन गया है. गांव वालों मानते हैं कि भ्रष्टाचार से मुक्ति सिर्फ आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल ही दिला सकते हैं. एक गांव वाले ने बताया कि उन्हें खुद को केजरीवाल बुलाने में गर्व महसूस होता है. जब वे गांव से बाहर जाते हैं तो AAP की टोपी पहनना नहीं भूलते.

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